Haryana: प्रवर्तन निदेशालय (ED) की संपत्ति अटैच किए जाने की कार्रवाई के बाद हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) का बयान आया है. हुड्डा ने दावा किया है कि यह मामला पुराना है और इससे उनका कोई सरोकार नहीं है. चुनाव के समय में लोगों का ध्यान भटकाया जा रहा है.
ईडी ने गुरुवार को बिल्डर लाबी के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कार्यकाल से जुड़े एक मामले में 834 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच (जब्त) की है. इसमें EMAR (एम्मार) इंडिया लिमिटेड की 501.13 करोड़ रुपये की संपत्ति और MGF डेवलपमेंट लिमिटेड की 332.69 करोड़ रुपये की संपत्ति शामिल है. इन दोनों कंपनियों ने 834.03 करोड़ रुपये कीमत की 401.65 एकड़ जमीन को अस्थायी रूप से कुर्क कर लिया है. यह जमीन हरियाणा के गुरुग्राम और दिल्ली के आसपास 20 गांवों में स्थित है. आरोप है कि तत्कालीन सरकार ने किसानों को जमीन अधिग्रहण का डर दिखाकर उन्हें औने-पौने दामों पर बिल्डरों को बेचने के लिए मजबूर किया गया था. इस बीच पत्रकारों से बातचीत में हुड्डा ने कहा कि यह पुराना केस है. मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं है. जिस एफआईआर में मेरा नाम है, वह पुराना मामला है. इस मुद्दे पर ईडी की कार्रवाई को लेकर गए ज्यादातर सवालों को हुड्डा ने टाल दिया.
ED का मतलब इलेक्शन डिपार्टमेंट ऑफ बीजेपी: सुरजेवाला
इसी दौरान अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने ईडी की कार्रवाई पर तंज कसते हुए कहा कि ईडी का मतलब इलेक्शन डिपार्टमेंट ऑफ बीजेपी है. सुरजेवाला ने कहा कि सीबीआई का मतलब कैप्टिव ब्यूरो ऑफ बीजेपी है. देश में जहां-जहां चुनाव होते हैं वहां मीडिया की सुर्खियों में बने रहने के लिए ईडी, सीबीआई व आयकर की कार्रवाई दिखाते हैं. इससे ज्यादा इनकी बात में कोई वजन नहीं. दस साल बीजेपी की सरकार रही उस समय कार्रवाई कर सकते थे अब चुनाव के समय में ध्यान भटकाने के लिए यह कार्रवाई की जा रही है.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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