स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने मंगलवार को केंद्र सरकार के अस्पतालों, एम्स (AIIMS) और आईएनआई (INI) जैसे संस्थानों को इन अस्पतालों में सुरक्षा बढ़ाने के लिए पत्र लिखा है.
मंत्रालय द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया है कि अस्पताल परिसर में पर्याप्त संख्या में हाई-रिज़ॉल्यूशन वाले सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाहिए. विशेषकर प्रवेश द्वार, निकास द्वार, गलियारे, अंधेरे स्थान और संवेदनशील सहित रणनीतिक स्थान क्षेत्र पर सीसीटीवी कैमरे और किसी की त्वरित प्रतिक्रिया के लिए संस्थान में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाना चाहिए. नियंत्रण कक्ष में हमेशा एक व्यवस्थापक कर्मचारी होना चाहिए जो एक सुरक्षाकर्मियों के साथ तैनात होना चाहिए. इसके साथ अस्पताल परिसर समुचित संख्या में प्रशिक्षित सुरक्षा गार्डों की निगरानी में रखना सुनिश्चित किया जाना चाहिए.
मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देश में अस्पताल परिसर में प्रवेश करने वाले अधिकृत व्यक्ति के पास पहचान बैज होने चाहिए. कर्मचारियों, रोगियों और आगंतुकों के लिए पहचान बैज बनाए जाने चाहिए. अस्पताल स्टाफ को ड्यूटी पर आईडी कार्ड का प्रदर्शन करना अनिवार्य किया जाए. किसी भी समय एक मरीज के साथ केवल एक या दो परिचारकों को ही अनुमति दी जानी चाहिए. इन योजनाओं को सुनिश्चित करने के लिए कर्मचारियों और सुरक्षा कर्मियों के लिए समय-समय पर मॉक ड्रिल का संचालन शामिल किया जाना चाहिए. डॉक्टरों, नर्सों और प्रशासनिक कर्मियों सहित अस्पताल के सभी कर्मचारियों को सुरक्षा खतरों को पहचानने और उनसे निपटने के लिए उन्हें प्रशिक्षित किया जाना चाहिए.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
ये भी पढ़ें: Haryana: पीजीआई की BDS छात्रा से डॉक्टर ने की मारपीट, आरोपित दो दिन की पुलिस रिमांड में