देश की राजधानी दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) को झंडा फहराने को लेकर एक बार फिर विवाद बढ़ने लगा है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) इस समय जेल में हैं, ऐसे में उन्होंने झंडा फहराने के लिए पार्टी से आतिशी का नाम सेलेक्ट किया. लेकिन दिल्ली के एलजी विनय सक्सेना ने केरजीवाल के इस फैसले पर रोक लगा दी. दिल्ली के उपराज्यपाल ने 15 अगस्त के दिन झंडा फहराने के लिए आम आदमी पार्टी से कैलाश गहलोत के नाम को मंजूरी दी है.
आतिशी ने उपराज्यपाल पर लगाया था ये आरोप
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 7 अगस्त को दिल्ली के उप राज्यपाल वी.के. सक्सेना को पत्र लिख कहा कि 15 अगस्त को उनकी जगह पर आतिशी को झंडा फहराने दें. लेकिन दिल्ली के एलजी ने आतिशी के नाम को अनमुति न देते हुए कैलाश गहलोत के नाम को मंजूरी दी थी.
दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें 15 अगस्त को झंडा फहराने से रोका जा रहा है. राष्ट्रीय ध्वज फहराना चुनी हुई सरकार का अधिकार होता है. दिल्ली के उपराज्यपाल इस 15 अगस्त पर झंडा फहराना चाहते हैं. लगता है कि नए वायसराय है. जो तिंरगा फहराना चाहते हैं.