Waqf Board Amendment Bill: केन्द्र सरकार की ओर से लोकसभा में वक्फ बोर्ड संशोधन बिल (Waqf Board Amendment Bill), 2024 को आज (8 अगस्त) पेश किया गया. यह बिल अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरिन रिजिजू के द्वारा पेश किया गया. इस बिल में संशोधन के जरिए वक्फ बोर्ड की शक्तियों को कम करना है.
#WATCH | Union Minister of Minority Affairs Kiren Rijiju moves Waqf (Amendment) Bill, 2024 in Lok Sabha pic.twitter.com/g65rf2tDow
— ANI (@ANI) August 8, 2024
लोकसभा में बिल पेश होते ही कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने आपत्ति दिखाते हुए इस बिल का विरोध किया. वहीं दूसरी ओर जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने इस बिल का समर्थन किया.
#WATCH कांग्रेस सांसद के.सी. वेणुगोपाल ने लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 का विरोध करते हुए कहा, “यह विधेयक संविधान पर एक मौलिक हमला है…इस विधेयक के माध्यम से वे यह प्रावधान कर रहे हैं कि गैर-मुस्लिम भी वक्फ गवर्निंग काउंसिल के सदस्य होंगे। यह धर्म की स्वतंत्रता पर सीधा… pic.twitter.com/LZgxgwtcy9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 8, 2024
कांग्रेस के अलावा TMC, NCP (शरद पवार), IUML, AIMIM, SP समेत कई अन्य दलों ने इसका विरोध किया. कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि सरकार दो समाजों के बीच में विवाद पैदा कर रही है. वहीं AIMIM सासंद ओवैसी ने कहा कि वक्फ प्रॉपटी सार्वजनिक प्रॉपटी नही है. यह केन्द्र सरकार मुसलमानों की दुश्मन है.
JDU के नेता राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह पर बिल का समर्थन करते हुए कहा कि ये संशोधन मुसलमानों के खिलाफ कैसे? लोगों के बीच पारदर्शिता लाने के लिए इस यह कानून बनाया जा रहा? विपक्ष इस कानून की तुलना मंदिर से कर रहा है. विपक्ष नेता केसी वेणुगोपाल इस कानून का विरोध कर रहे हैं. उन्हें बताना चाहिए कि ”हजारों सिख कैसे मारे गए…किस टैक्सी ड्राइवर ने इंदिरा गांधी की हत्या की…अब, वे अल्पसंख्यकों के बारे में बात कर रहे हैं…”