Budget 2024: मोदी 3.0 सरकार (Modi 3.0 Government) द्वारा 23 जुलाई को लोकसभा में पहला बजट 2024-2025 (Budget 2024) पेश कर दिया गया है. बजट पेश होने के बाद विपक्षी दलों ने बजट के खिलाफ अपना हल्ला बोल शुरु कर दिया है. आज संसद के मानसून सत्र में बजट पर चर्चा होनी थी, लेकिन चर्चा शुरु होने से पहले ही विपक्षों ने हंगामा मचाना शुरु कर दिया . इंडी अलांयस में मौजूद कई सारी राजनीतिक पार्टियों ने सरकार के द्वारा जारी किए गए बजट पर अलग-अलग तरह के गंभीर आरोप लगाए है. इन सबी आरोपों के बीच कांग्रेस अध्यक्ष ने भी बजट को लेकर केन्द्र सरकार पर भेदभाव का इल्जाम लगाया है, जिस पर राज्यसभा में चल रही कार्यवाही के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने करारा जवाब दिया है.
वित्त मंत्री ने खड़गे को याद दिलाए अपने पुराने दिन
संसद में चल रही कार्यवाही के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि जरुरी नहीं हर बजट में हर राज्य का जिक्र करने का चांस नहीं मिल पाता है, लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि उस राज्य को इग्नोर किया जा रहा है. आगे उन्होंने कहा कि क्या उन्होंने अपने बजट में हर राज्य का नाम लिया था? वित्त मंत्री ने कहा कि बजट में कुछ राज्यों का नाम होने का मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि भारत सरकार द्वारा चालू योजनाएं उनके लिए नहीं है. कुछ राज्यों के न लेने वाले गंभीर आरोपों से कांग्रेस पार्टी जनता को गुमराह कर रही है. इस तरह के लगाए गए आरोप काफी अपमानजनक है.
जानें कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने क्या लगाया था आरोप
संसद में बजट पर चर्चा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष (Congress President) मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘बजट केवल बीजेपी सरकार के लिए है उनके सहयोगी दलों के लिए है. बजट में जो भी घोषणाएं हुई हैं वे उनके गठबंधन के लिए हैं. इसमें हमारे लिए कुछ भी नहीं है.’ खड़गे ने बजट को भ्रामक बताया है. उन्होंन कहा कि ‘अगर बजट में संतुलन नहीं होगा, तो देश का विकास कैसे होगा. ‘
ये भी पढ़ें : Budget Session 2024: केन्द्रीय बजट पर विपक्ष का हल्ला बोल, राज्यसभा से सांसदों ने किया वॉकआउट