अगर आप दिल्ली-एनसीआर में रहते हैं और खाने-पीने के शौकीन हैं, तो हरियाणा की यह जगह आपके लिए सबसे बेस्ट रहेगी. हम बात कर रहे हैं हरियाणा के सौनीपत जिले में स्थित मुरथल की. वीकेंड पर दोस्तों संग कहीं घूमना हो या परिवार के साथ कुछ क्वालिटी टाइम स्पेंड करना हो तो आप मुरथल जा सकते हैं. दिल्ली से मुरथल जाने में लगभग एक से डेढ घंटे का समय लगता है.
वैसे तो मुरथल में कई सारे ढाबे हैं, लेकिन हम जिस ढाबे की बात कर रहे हैं उस ढाबे का नाम अमरीक-सुखदेव ढाबा है. इसके नाम से ज्यादा मशहूर है. राष्ट्रीय हाइवे-44 पर स्थित यह ढाबा दिल्ली से करीब 44 किलोमीटर और चंडीगढ़ से 202 किलोमीटर की दूरी पर है.
जानें किस तरह हुई अमरीक-सुखदेव ढाबा की शुरुआत

अमरीक-सुखदेव ढाबा अपने शुरूआती समय में बिल्कुल ही अलग था. यह ढाबा एक झोपड़ी की तरह पूरे खुले में बना हुआ था. केवल तिरपाल और डंडों के सहारे से इसे ढाबे को बनाया गया था. बाहर कुर्सियां पड़ी हुई थी. इस ढाबे की शुरूआत साल 1956 में सरदार प्रकाश सिंह ने की थी.
ट्रक चालकों के लिए बनाया गया था ये ढाबा
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इस ढाबे में सामान्य तौर पर ट्रक चालक रुक कर खाना खाते थे. उनके आराम के लिए उस समय वहां पर चारपाइयों की सुविधाएं भी थी. बाद में इस ढाबे की सारी जिम्मेदारी सरदार जी के दोनों बेटों अमरीक और सुखदेव ने अपने हाथों में ले ली. बाद ने इन दोनों भाइयों के नाम पर ही इस ढाबे का नाम ‘अमरीक-सुखदेव ढाबा’ रखा गया.
शुरूआत के समय में इस ढाबे में केवल साधारण खाना जैसे दाल-रोटी, सब्जी और चावल सर्व किया जाता था, लेकिन बाद में यहां के मेन्यू में काफी चीजों को शामिल किया गया.
बदलते समय के साथ अमरीक-सुखदेव ढाबा अब न केवल ट्रक चालकों बल्कि पूरे देशभर में लोगों के बीच मशहूर है. दिल्ली, हरियाणा-पंजाब और हिमाचल से आते -जाते लोग इस ढाबे पर रुक कर यहां के परांठे जरूर टेस्ट करते हैं. यहां पर आए टूरिस्ट और स्थानीय लोगों को परांठे के साथ मक्खन सर्व किया जाता है. लोग इसे बड़े शौक के साथ खाना पसंद करते हैं. यहां पर करीब 500 से 600 लोगों के बैठने का प्रबंध है.
जानें क्या है अमरीक-सुखदेव का मेन्यू

शुरूआत के समय में अमरीक-सुखदेव ढाबा में केवल परांठा सर्व किया जाता है, लेकिन अब ढाबे का मेन्यू पूरी तरह से बदल चुका है. अब इस ढाबा में भारतीय, चाइनीज से लेकर कॉन्टिनेंटल तक का खाना मिलता है. इस ढाबे में आपको 11 तरह के अलग-अलग तंदूरी परांठे और 7 प्रकार के तवा परांठे मिल सकते हैं. इसके अलावा अगर चाइनीज और कॉन्टिनेंटल फूड की बात करें तो यहां पर बर्गर, साउथ इंडियन व्यंजन, पास्ता-पिज्जा, चाऊमीन और डिस्ट्र में मिठाई, पेस्ट्री, फालूदा, आइसक्रीम आदि शामिल है.
टेस्टएटलस की ‘100 Most Iconic Restaurants in the World’ लिस्ट में शामिल यह ढाबा
हाल ही में टेस्टएटलस ने ‘100 Most Iconic Restaurants in the World’ की लिस्ट जारी की थी. जिसमें भारत के 7 रेस्तरां शामिल है. जिसमें अमरीक-सुखदेव ढाबा ने 13वें स्थान पर हासिल किया है. इसके अलावा लिस्ट में कोझिकोड का पैरागॉन रेस्तरां ने 5वें स्थान पर अपनी जगह बनाई है. कोलकाता का पीटर कैट रेस्तरां ने 7वें स्थान प्राप्त किया है.
कैसे पहुंचे अमरीक-सुखदेव ढाबा
अमरीक-सुखदेव ढाबा हरियाणा के सोनीपत जिले में स्थित है. अगर आप दिल्ली-एनसीआर के शहरों में रहते हैं , तो वहां से आप नेशनल हाइवे-44 के माध्यम से कुछ ही समय में यहां पर पहुंच सकते हैं.
वहीं. अगर आप बस से जाना चाहते हैं, तो आप दिल्ली के ISBT कश्मीरी गेट बस अड्डे से आकर अमरीक-सुखदेव ढाबा के लज़ीज परांठे खा सकते हैं.
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