Panipat History: हरियाणा में पानीपत का एक खास इतिहास रहा है, जिसे जानने के लिए लोग आज भी बेहद इच्छुक रहते हैं. पानीपत इतिहास में हुए कई ऐतिहासिक युद्धों का गवाह रहा है. साथ ही इस शहर का नाता महाभारत से भी जुड़ा हुआ है. तो इस आर्टिकल में आपको पानीपत से जुड़ी कई अहम बातें जाननें को मिलेंगी.
जानिए पानीपत का अनोखा इतिहास

महाभारत काल में पांडवों को गौरवों के बीच युद्ध के बाद युधिष्ठिर ने दुर्योधन से पांच शहरों की मांग की थी. उनमें से ही एक था पानीपत. यह शहर अपने प्राचीन और ऐतिहासिक इतिहास के वजह से काफी मशहूर है. इस शहर में तीन ऐसे ऐतिहासिक युद्ध हुए हैं. जो आज भी लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है.
पानीपत की जमीन बनी इन तीन ऐतिहासिक युद्धों का गवाह

पहला युद्ध सन् 1526 में बाबर और दिल्ली के सुल्तान इब्राहिम लोदी के बीच हुआ था, जिसमें बाबर को जीत हासिल हुई थी बाबर ने इब्राहिम के करीब 1 लाख से ज्यादा सैनिकों को हराया था.
दूसरा युद्ध सन् 1556 में अकबर और अफगान आदिलशाह के जनरल हेमचन्द्र विक्रमादित्य (हेमू) के बीच हुआ, जिसमें अकबर ने हेमू को हराया था.

तीसरा युद्ध सन् 1761 में अहमदशाह दुर्रानी और मराठाओं के बीच हुआ था, जिसमें मराठाओं को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था. यह हार मराठाओं के लिए बेहद निराशाजनकर रही थी.
बुनकरों की नगरी पानीपत
पानीपत को बुनकरों की नगरी के नाम से भी जाना जाता है. यहां पर पीपल के बर्तन, कपास ओटने का काम, छुरी, चाकू बनाने का आदि का काम भी किया जाता है.
पानीपत संग्रहालय

हरियाणा सरकार ने गठित बैटल ऑफ पानीपत मैमोरियल सोसायटी में पानीपत की तीन लड़ाईयों और देश के समग्र इतिहास पर उनके प्रभाव के लिए महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाओं को उजाग कर करने के लिए एक संग्रहालय बनाया है. इस संग्रहालय का उद्देश्य टूरिस्ट लोगों को यहां पर हुए 3 युद्ध, कला, शिल्प-पुरातत्व और इतिहास के बारे में जानकारी दी जाएगी.
नोट: यह सभी जानकारी पानीपत वेबसाइट से ली गई है.
ये भी पढ़ें: गुरुग्राम में बहा करती थी कभी ये खास नदी, अब लोगों को नाम भी नहीं है पता