Haryana: पराली जलाने वाले किसानों को गिरफ्तार करने और ब्लैक लिस्ट करने के विरोध में सोमवार को पूंडरी में भारतीय किसान यूनियन ने प्रदर्शन कर तहसीलदार को ज्ञापन दिया. प्रदर्शन का नेतृत्व भाकियू (चढ़ूनी) के जिला अध्यक्ष गुरनाम सिंह फरल व हल्का प्रधान रणधीर बरसाना ने किया. सोमवार को किसान भवन में आयोजित बैठक के बाद युवा प्रदेश अध्यक्ष विक्रम कसाना एडवोकेट की अगुवाई में किसान प्रदर्शन में नारेबाजी करते हुए तहसील कार्यालय पहुंचे.
विक्रम कसाना ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि धरतीपुत्र किसानों द्वारा पराली जलाए जाने पर दो साल तक उसकी फसल एम.एस.पी. पर न खरीदना व एफआईआर दर्ज करना भाजपा सरकार का किसान विरोधी होने का पुख्ता सबूत है. भाकियू (चढूंनी) सरकार के इस किसान विरोधी तुगलकी फरमान की कड़े शब्दों में निंदा करती है। उन्होंने कहा कि कर्ज के बोझ तले दबे किसानों के जख्मों पर मरहम लगाने की बजाए सरकार कुर्सी के नशे में मदहोश होकर निरंतर नमक छिडकने का काम कर रही है. जिससे किसानों में भारी रोष है. हरियाणा के सैकड़ो किसानो को ब्लैकलिस्ट करके उनको दो साल तक मंडियों में अपनी फसल बेचने के लिए प्रतिबंधित कर दिया है. कैथल में फसल अवशेष जलाने के सैकड़ों मामलों मे जहां किसानों से लाखों रूपय वसूलने के साथ साथ उनकी मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रैड एंट्री कर दी गई है. इस कारण अब ये किसान आगामी 2 सालों तक अपनी फसल एम.एस.पी. पर नहीं बेच पाएगे और सैकड़ों किसानों को पुलिस गिरफ्तार कर उन पर एफआईआर भी दर्ज कर चुकी हैं.
जिलाध्यक्ष गुरनाम सिंह फरल ने कहा कि भाकियू (चढूनी) सरकार मांग करती है कि जिले में जिन किसानों पर पराली जलाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है. उसको तत्काल प्रभाव से रद्द करने के साथ सरकार द्वारा किसानों के खिलाफ जारी किया गया तुगलकी फरमान भी वापिस लिया जाए, नहीं तो भाकियू सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरने पर विवश होगी. जिसकी सारी जिम्मेवारी सरकार की होगी. इस प्रदर्शन में ढांड ब्लाक प्रधान पिरथी कौल,ओमप्रकाश चदंलाना, राजेश पू़डरी, सतपाल पूंडरी, हरजिनदर हाबडी, रामपाल मुंदडी, बलविंदर हजवाना, सुभाष बरसाना,शीलू बाकल,नरेंद्र फरल,सजय म्यौली,सतपाल गयोगं,आशू कौल,सुनील गोलन, विनोद बरसाना,निर्मल फरल,भीम खनौदा,बबली कौकत,ओम प्रकाश बरसाना, स्वर्ण सिंह फरल ने हिस्सा लिया.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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