जींद: सरकार द्वारा धान की सीधी बिजाई करने वाले किसानों को चार हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जा रही है.जिन किसानों ने सीधी बिजाई की है वो इस योजना का लाभ लेने के लिए 10 जुलाई तक मेरी फसल, मेरा ब्यौरा पर पंजीकरण करें. पंजीकरण करने के दौरान यस (हां) के ऑप्शन पर ओके करें ताकि इस योजना का लाभ उन्हें मिले. खंड कृषि अधिकारी सुरेंद्र मोर ने बुधवार को बताया कि कृषि विभाग निरंतर किसानों को सीधी बिजाई धान की करने के लिए प्रेरित कर रहा है. इसको लेकर उचाना के दस गांवों को चयनित किया गया था.
प्री-मानसून के बाद मानसून की दस्तक देने से किसानों ने खेतों में धान की रोपाई शुरू कर दी है. काफी दिनों से किसान बारिश का इंतजार कर रहे थे. प्रवासी मजदूर भी धान की रोपाई शुरू होने से क्षेत्र में आने लगे है. इस बार तापमान अधिक होने के चलते धान की प्योद नष्ट होने, मानसून में देरी के चलते धान की रोपाई जरूर देरी से हो रही है. कपास की फसल को भी बारिश से फायदा हो रहा है. किसानों को बारिश का इंतजार था. कृषि विभाग में दर्ज आंकड़ों के अनुसार इस बार उचाना खंड में 36 हजार हेक्टेयर में धान की रोपाई, 8500 एकड़ में कपास की बिजाई किसानों ने की हुई है. किसान महेंद्र, प्रताप, राजेंद्र ने कहा कि प्री-मानसून के बाद मानसून के आने के बाद धान की रोपाई का काम शुरू हो गया है. बारिश का इंतजार किसानों को धान की रोपाई के लिए था. कपास की फसल को भी फायदा बारिश से होगा.
हिन्दुस्थान समाचार