World Heritage Day 2024: किसी भी देश के भविष्य को बनाने एक महत्वपूर्ण भूमिका उसका इतिहास भी निभाता है. इसी विरासत और संस्कृति के लिए हर साल 18 अप्रैल को विश्व विरासत दिवस (World Heritage Day) के रूप में मनाया जाता है. इसमें ऐतिहासिक इमारतों और स्थलों को बनाए रखने और उसे बढ़ावा देने के लिए सभी देश मिलकर काम करते हैं.
देशों में भिन्न प्रकार की विविधता पाई जाती हैं इसके बाद भी सभी भी अपनी विरासतें होती हैं जिसे सहेजना और अपनी पहचान बनाना एक गौरव का विषय है. दुनियाभर में मौजूद मशहूर इमारतों और प्राकृतिक स्थलों के संरक्षण देने का प्रस्ताव पहली बार 1968 में एक अंतरराष्ट्रीय संगठन में लाया गया था. जिसे स्टॉकहोम में एक इंटरनेशनल समिट ने मंजूरी दे दी गई. विश्व विरासत दिवस को मनाने की शुरूत साल 1982 में संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) के द्वारा की गई थी. इसके पीछे का प्रमुख उद्देश्य दुनिया भर की प्रमुख ऐतिहासिक स्मारकों और स्थलों को संरक्षण देने और उसे अपने संजोने के लिए के लिए की गई थी. साथ ही लोगों को जागरूक करना भी है ताकि वो लोग भी आगे चलकर अपनी विरासतों की रक्षा पर पाएं. सबसे पहले इस दिवस को ट्यूनिशिया में मनाया गया था.
विश्व धरोहर दिवस की थीम
हर साल विश्व विरासत दिवस एक खास थीम के साथ सेलिब्रेट किया जाता है जोकि लोगों को कुछ नया अनुभव करने के साथ उन्हें जागरूक करने में भी मदद करता है. इस साल की थीम (Discover and experience diversity), विविधता को खोजना और उसे महसूस करना रखा गया है.
यूं तो हर देश में ऐसी इमारतें जरूर होती हैं जोकि वहां की पहचान बन जाती हैं. यह न केवल वहां के इतिहास और संस्कृति का प्रतीक होती हैं बल्कि आने वाली भावी पीढ़ी के लिए उस देश का गौरव भी प्रस्तुत करती हैं. किसी भी देश के इतिहास को समझने का सबसे आसान तरीका वहां की ऐतिहासिक इमारतों का भ्रमण करना और उससे जुड़ी जानकारी लेना होता है. इस समय दुनियाभर में कुल 1199 वर्ल्ड हैरिटेज हैं इसमें से 933 सांस्कृतिक स्थल हैं वहीं 277 प्राकृतिक स्थल और 39 मिश्रित स्थल के रूप में अंकित हैं. वर्तमान समय में 56 धरोहर स्थल खतरे की लिस्ट में शामिल हैं.
भारत के प्रमुख विरासत स्थल
भारत हमेशा से ही इतिहास और संस्कृति के मामले में समृद्ध रहा है. यहां पर ऐसे कई विरासत स्थल शामिल हैं. इनमें से कई ऐसी भी हैं जिन्हें यूनेस्को की तरफ से विश्व धरोहर होने का दर्जा मिला है. इनमें से कुछ प्रमुख स्थलों के नाम इस प्रकार से हैं-
1. आगरा का किला
2. ताजमहल
3. कोणार्क सूर्य मंदिर
4. महाबोधि मंदिर
5. सांची का स्तूप
6. हम्पी के खंडहर
7. खजुराहो के मंदिर
8. फतेहपुर सीकरी
9. अजंता की गुफाएं
10. धौलावीरा