Haryana News: ईद की सरकारी छुट्टी के दिन हरियाणा के महेंद्रगढ़ में निजी स्कूल बस पलटने (School bus Accidemt) से 6 मासूम बच्चों की मौत के बाद शुक्रवार को कैथल का जिला परिवहन विभाग भी हरकत में आया और स्कूलों में पहुंचकर बच्चों को लाने ले जाने वाली बसों की जांच की. परिवहन विभाग (Transport Department) के अधिकारियों ने स्कूली बसों में खामियां पाए जाने के बाद 10 स्कूल बसों को इम्पाउंड (Impounded) किया है. इम्पाउंड की जाने वाली बसों में प्रदेश की एक मात्र महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय की बस भी शामिल है.
महेंद्रगढ़ के कनीना के पास स्कूल हादसा तो गुरुवार को हुआ है, लेकिन इससे पहले भी स्कूल बसों के प्रति संचालकों को कई बार चेताया गया है. इसके बावजूद भी कैथल में भी निजी स्कूल (Private School) संचालकों द्वारा कंडम और अनफिट बसों का संचालन जारी है. रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (आरटीए) की टीम ने शुक्रवार को चेकिंग अभियान चलाया. सुबह विभाग की टीम स्कूलों में गई और बसों की जांच की। दोपहर को आरटीए की टीम ने 10 स्कूल बसों को इंपाउंड कर लिया. इन सभी के चालान किए गए हैं और उन्हें रोडवेज की वर्कशॉप में बंद कर दिया गया है. आरटीए के असिस्टेंट सेक्रेटरी शीशपाल शर्मा ने जांच में पाया गया कि बसों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट, रेडियम टेप और फोग लाइट नहीं लगी थी. कई बसों के इंडिकेटर भी टूटे मिले. कुछ बस तो ऐसी भी मिलीं जिनकी मेडिकल किट में एक्सपायर दवाइयां रखी गई थी.
ऐसे में सवाल ये उठता है कि मोटी ट्रांसपोर्टेशन फीस वसूलने के बावजूद भी स्कूल प्रबंधक बच्चों की जान से खिलवाड़ कैसे कर सकते है. अभिभावकों की मांग ऐसे स्कूलों की मान्यता हो रद्द की जानी चाहिए. ओरिजिनल ट्रांसपोर्ट अधिकारी गिरीश कुमार ने बताया कि स्कूल की बसों की जांच का यह अभियान अब रुकेगा नहीं. जिन स्कूली बसों में खामियां मिली हैं. ऐसी बसों को आसानी से सड़कों पर चलने नहीं दिया जाएगा.
आरटीए गिरीश कुमार ने बताया कि शुक्रवार को की गई जांच के दौरान नीलम यूनिवर्सिटी, माइलस्टोन स्कूल, आर्यन इंटरनेशनल स्कूल, इंडस पब्लिक स्कूल, बाल विकास पब्लिक स्कूल, गांव मुंदड़ी में चल रही महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय, हेरिटेज इंटरनेशनल, दिल्ली पब्लिक स्कूल, सैमरोक स्कूल की बसों का चालान किया गया है और उन्हें इंपाउंड किया गया है.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार