World Homeopathy Day 2024: हर वर्ष 10 अप्रैल को पूरी दुनिया में वर्ल्ड होम्योपैथी डे (World Homeopathy Day) मनाया जाता है. इस दिन को होम्योपैथी के संस्थापक डॉ. सैमुअल हैनिमैन की जयंती के रूप में भी जाना जाता है. वर्ल्ड होम्योपैथी डे मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को चिकित्सा की इस अलग प्रणाली के बारे में अवेयर करना है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ उठा सकें.
जानें होम्योपैथी (Homeopathy) क्या है?
देशभर में इलाज के लिए एलोपैथी, होम्योपैथी और आयुर्वेद प्रमुख तरीके हैं. लेकिन वर्तमान में सबसे ज्यादा एलोपैथी के बाद होम्योपैथी की चर्चा ज्यादा होती है. लोगों का मानना है कि होम्योपैथी बीमारियों को जड़ से उखाड़ फेंकता है. भारतीय लोग होम्योपैथी पर काफी भरोसा करते हैं. लोग इसे बेहद फायदेमंद भी बताते हैं. होम्योपैथी इलाज की सबसे खास बात ये है कि इससे कोई नुकसान नहीं होता है और न ही ये शरीर के अन्य अंगों को कोई हानि पहुंचाता है. केवल भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में लोग होम्योपैथी दवाओं पर भरोसा कर रहे हैं.
होम्योपैथी का इतिहास
10 अप्रैल, 1755 को पेरिस में होम्योपैथी के संस्थापक डॉ. सैमुअल हैनीमैन का जन्म हुआ था. उन्होंने 1796 में होम्योपैथी की खोज की थी. वर्ष 1833 में, डॉ. सैमुअल ने जर्मनी में पहला होम्योपैथिक अस्पताल खोला गया था. इसके बाद वर्ष 1948 में, डॉ. एम.एल. भंडारी ने डॉ. हैनिमैन के जन्मदिन को विश्व होम्योपैथी दिवस के रूप में मनाने की पहल की. होम्योपैथी दुनिया भर में धिरे-धिरे लोकप्रिय होने लगा. और आज ज्यादातर लोग होम्योपैथी दवाओं पर भरोसा कर रहे हैं. होम्योपैथी एक सुरक्षित और प्रभावी चिकित्सकीय पद्धति है. इसके इलाज से कोई भी बीमारी जड़ से खत्म होती है. जिनमें अस्थमा, गठिया, एलर्जी, त्वचा रोग और मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं शामिल हैं.
वर्ल्ड होम्योपैथी डे मनाने का उद्देश्य
वर्ल्ड होम्योपैथी डे मनाने का मुख्य उद्देश्य होम्योपैथी इलाज प्रणाली के बारे में लोगों को जागरूक करना है, ताकि इससे लोगों को ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल सकें. इसके साथ ही इस दिन होम्योपैथी के संस्थापक सैमुअल हैनीमैन का जन्मदिन भी मनाते है.
विश्व होम्योपैथी डे 2024 की थीम
हर वर्ष इस दिन के लिए एक खास थीम रखी जाती है. 2024 के लिए थीम है- “होम्योपरिवार: एक स्वास्थ्य, एक परिवार” (Homeoparivar: One Health, One Family).
ऐसे बनाई जाती है होम्योपैथी दवाई
होम्योपैथी दवाई पौधों, जानवरों और खनिजों जैसे अलग-अलग स्रोतों से मिलकर बनाई जाती हैं. वहीं, इसे बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय फार्माकोपिया में निर्धारित दिशानिर्देशों को ध्यान में रखा जाता है.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार