चंडीगढ़: हरियाणा में पिछले दो दिन के दौरान हुई भारी बारिश व ओलावृष्टि ने हर तरफ तबाही मचा दी है। खेत में खड़ी गेहूं की फसल लगभग बर्बाद हो गई है। प्रदेश में अचानक हुई बेमौसमी बारिश व ओलावृष्टि के बाद विपक्ष ने एकजुट होकर सरकार से किसानों को तुरंत मुआवजा दिए जाने की मांग की है।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दावा किया कि इस बरसात और भारी ओलावृष्टि से किसानों की सौ प्रतिशत फसल बर्बाद हो गई है। प्रदेश सरकार को चाहिए कि बर्बाद हुई फसलों की तुरंत प्रभाव से निश्चित समय अवधि में गिरदावरी कराकर किसानों को मुआवजा प्रदान करे। भूपेंद्र हुड्डा ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने किसानों का करीब 422 करोड़ रुपये का बकाया मुआवजा भी अभी तक नहीं दिया है। कई जिलों में फसल बीमा कंपनियों की मनमानी का किसान शिकार हैं। प्रदेश सरकार किसानों को पिछला रुका हुआ मुआवजा देने के साथ ही मौजूदा बर्बाद हुई फसल का मुआवजा भी बिना देरी के प्रदान करे।
करनाल जिले के असंध से कांग्रेस विधायक शमशेर सिंह गोगी ने कहा कि किसानों की प्रति एकड़ 50 हजार रुपये फसल की लागत आती है। उससे अधिक अगर कुछ बचता है तो वह आमदनी कहलाती है। राज्य में ओलावृष्टि से भारी नुकसान हुआ है। प्रदेश सरकार को तुरंत किसानों को कम से कम 50 हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा प्रदान करना चाहिए, ताकि किसानों की फसल की लागत पूरी हो सके।
कांग्रेस महासचिव एवं राज्यसभा सदस्य रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि इस भयंकर ओलावृष्टि के कारण पकने को तैयार खड़ी रबी की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने अपने जीवन में इससे भयंकर ओलावृष्टि नहीं देखी। खेतों को देखकर ऐसा लग रहा था कि जैसे खेत न होकर कोई ग्लेशियर हों। इस बेमौसमी बरसात और भयंकर ओलावृष्टि ने कुछ भी नहीं छोड़ा। ओलावृष्टि ने सरसों की 90त्न फसल और गेहूं की 80 प्रतिशत फसल तबाह कर दी है। ऐसी परिस्थितियों में किसान को केवल सरकार का ही सहारा है। सुरजेवाला ने कहा कि मुख्यमंत्री को चुनावी रैलियों से समय निकालकर किसानों के आंसू पोंछने का काम करना चाहिए।
इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने बारिश और भारी ओलावृष्टि के कारण सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, जींद और सोनीपत समेत अन्य जिलों में किसानों की सौ प्रतिशत फसल खराब होने की रिपोर्ट आई है। किसान पहले से भारी आर्थिक तंगी से गुजर रहा है और अब इस प्राकृतिक आपदा की वजह से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। गेहूं, सरसों, चना और जौ समेत कई फसलें भारी ओलावृष्टि के कारण तबाह हो गई हैं।
साभार: हिन्दुस्थान समाचार