चंडीगढ़: हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि उनका दृढ़ निश्चय है कि वे राज्य में अवैध शराब की बिक्री को रोकेंगे. बेशक कुछ ग़लत लोगों की मंशा हमारी अच्छी नीतियों के खिलाफ हो. बेहतरीन आबकारी नीति की बदौलत ही पिछले चार वर्ष में आबकारी राजस्व 6100 करोड़ से बढ़कर 11 हजार करोड़ रुपये तक पहुंचा है. उन्होंने 1 मार्च से राज्य में कांच की बोतल में शराब की बिक्री करने का निर्देश दिया.
आबकारी विभाग के प्रभारी मंत्री चौटाला ने मंगलवार को विधानसभा में इनेलो विधायक अभय चौटाला के सवाल का जवाब दे रहे थे. विधायक अभय चौटाला ने आबकारी विभाग में प्लास्टिक की बजाए कांच की बोतलों में शराब बेचने से संबंधित निर्देशों को लेकर सवाल उठाए थे. अपने जवाब में दुष्यंत चौटाला ने कहा कि आबकारी विभाग ने प्रदेश में शराब को प्लास्टिक की बोतलों की बजाए कांच की बोतलों में बिक्री करने के निर्देश दिए हैं, इसके तहत 29 फरवरी 2024 के बाद राज्य में प्लास्टिक की बोतलों में शराब की बिक्री पर प्रतिबंध रहेगा.
उन्होंने बताया कि विभाग का यह कदम राज्य सरकार की आबकारी नीति का पार्ट था ताकि प्रदेश में अवैध तौर पर बिक्री होने वाली शराब पर रोक लग सके. उन्होंने जानकारी दी कि कांच की बोतलों में पैक की जाने वाली शराब का ट्रांसपोर्टेशन तथा ट्रैक एंड ट्रेस करना आसान होगा. कार्य में पारदर्शिता आएगी और अवैध शराब की बिक्री बंद होगी. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि अवैध शराब पर रोक लगाने के लिए अगर भविष्य में भी इस प्रकार के सकारात्मक कदम उठाने पड़े तो वे जरूर उठाएंगे. विभाग का कांच की बोतलों में शराब बेचने के निर्देशों को कतई वापस नहीं लिया जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि वे पिछले करीब चार वर्ष में सदन में कई बार कह चुके हैं कि चाहे प्रदेश में शराब का ट्रांसपोर्टेशन करने वाले वाहनों के लिए ट्रैक एंड ट्रेस लागू किया हो या फ्लोमीटर लगाने का या फिर डिस्टलरीज में सीसीटीवी कैमरे लगाने का कदम उठाया गया हो, इन सभी से आबकारी विभाग को फायदा हुआ है. इसी का परिणाम है कि वर्तमान में आबकारी राजस्व में 61 सौ करोड़ रुपये से बढ़कर 11 हजार करोड़ रुपये तक रिकॉर्ड वृद्धि हुई है. उन्होंने आबकारी विभाग में प्लास्टिक की बजाए कांच की बोतलों में शराब बेचने से संबंधित निर्देशों पर अडिग रहने की बात कही और कहा कि प्रदेश हित में वे भविष्य में भी ऐसे सकारात्मक कदम उठाते रहेंगे.
साभार: हिन्दुस्थान समाचार