सिरसा: चार साल के लंबे संघर्ष के बाद आखिरकार कोर्ट के आदेशों पर वर्ष 2020 के एक मामले में बड़ागुढ़ा थाना के तत्कालीन एसएचओ मनदीप सिंह सहित 6 पुलिस कर्मियों पर बड़ागुढ़ा थाने में ही मामला दर्ज किया गया है. सभी पुलिस कर्मियों पर पद का दुरुपयोग करते हुए डरा-धमकाकर अवैध रूप से घर से उठाने, तोड़फोड़ करने व रिश्वत लेने के आरोप लगे थे.
शिकायतकर्ता गांव भंगू निवासी स्वर्ण सिंह ने बताया कि 14 मार्च 2020 को वह अपने घर पर था। रात करीब 11 बजे सीआईए स्टाफ से पुलिसकर्मी राजेंद्र सिंह, दीपक गांधी व सतबीर सिंह, जोकि शराब के नशे में थे, उसके घर आए और कहा कि उन्हें सूचना मिली है कि उसने अपने नोहरे में अफीम के पौधे लगा रखे हैं. पुलिस कर्मियों ने बिना किसी वारंट के उसके घर की तलाशी लेनी शुरू कर दी और घरका सारा सामान क्षतिग्रस्त कर दिया.
स्वर्ण सिंह ने बताया कि जब पुलिस कर्मियों को तलाशी के दौरान घर से कुछ नहीं मिला तो उन्होंने उसे जबरन उनके साथ चलने के लिए कहा. जब उसने कारण पूछा तो पुलिस कर्मियों ने उस पर दबाव बनाते हुए उसे मुकदमे से निकालने की एवज में डेढ़ लाख रुपये ले लिए तथा और पैसों की भी मांग की. जब उसने और पैसे न होने की बात कही तो एनडीपीएस के उक्त मुकदमे में उसे बेवजह गिरफतार कर लिया गया.
साभार: हिन्दुस्थान समाचार