फतेहाबाद: जिला उपायुक्त अजय सिंह तोमर ने बताया कि जिले की भाखड़ा जल सेवाएं परिमंडल सभी 71 टेल तक पानी पहुंचा रहा है. इलाके में 74.64 करोड़ रुपये से 257 जलमार्गों का कार्य पूर्ण किया गया है. जिले में 180.71 करोड़ रुपये की लागत से 32 नहरों के पुनर्वास एवं निर्माण का कार्य किया गया है. डार्क जोन में खेतों में एकत्रित हुए बारिश के पानी से भूजल की पुनर्भरपाई के लिए 159 रिचार्ज कुंओं का निर्माण करवाया गया है.
उपायुक्त अजय सिंह तोमर ने गुरुवार को बताया कि पिरथला रजवाहा के पुनर्निर्माण पर 11.92 करोड़ रुपये खर्च किए गए है. टोहाना शहर में भाखड़ा-फतेहाबाद नहर पर 4.58 करोड़ रुपये की लागत से पुल का निर्माण किया गया है. नहर व माइनरों की मरम्मत व सफाई पर 1.03 करोड़ रुपये की राशि खर्च की गई है. उपायुक्त ने बताया कि भूना माइनर, खजूरी रजबाहा, चंद्रावल माइनर, ओल्ड मोचीवाली माइनर, न्यू खजूरी माइनर, शहीदांवाली माइनर, धांगड़ माइनर, खुंडन डिस्ट्रीब्यूटरी, दादुपुर डिस्ट्रीब्यूटरी, भिरड़ाना डिस्ट्रीब्यूटरी, रतनगढ़ रजवाहा, बादलगढ़ रजवाहा, मानकपुर माइनर, मुंशीवाला माइनर व खाबड़ा माइनर के पुनर्वास का कार्य पूर्ण किया गया है.
उन्होंने बताया कि सूक्ष्म सिंचाई को बढ़ावा देने के लिए सूक्ष्म सिंचाई एवं नहरी क्षेत्र विकास प्राधिकरण (मिकाडा) का गठन किया गया है. विभाग ने 226 जलमार्गों के निर्माण पर 161.77 करोड़ रुपये की राशि खर्च की गई है व 2884 एकड़ एरिया सूक्ष्म सिंचाई योजना के तहत कवर किया गया है. जबकि 48 जलमार्गों का निर्माण कार्य प्रगति पर है. इसके साथ ही सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली पर 85 प्रतिशत तक अनुदान का प्रावधान किया गया है. उन्होंने बताया कि तालाबों के जीर्णोद्धार एवं कायाकल्प करने के साथ-साथ गंदे पानी के उपचार एवं प्रबंधन के उद्देश्य से हरियाणा तालाब एवं अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण का गठन किया गया है. जिला में अमृत सरोवर मिशन के तहत तालाबों के जीर्णोद्धार का कार्य किया जा रहा है. इसके साथ ही मनरेगा के तहत 75 सामुदायिक तालाबों का नवीकरण करवाया जा रहा है.
साभार: हिन्दुस्थान समाचार