झज्जर: दोबारा शुरू हो रहे किसान आंदोलन के विरोध में बहादुरगढ़ के उद्यमियों ने मंगलवार को श्रमिकों के साथ मिलकर धरना शुरू कर दिया. उद्यमी बहादुरगढ़ के सेक्टर-9 मोड़ के पास सड़क पर बैठ गए. उद्यमियों का कहना है कि बहादुरगढ़ की सड़कें बंद होने से उन्हें करोड़ों रुपये का नुकसान होता है. उद्योगों पर बैंक और कर्मचारियों की लायबलिटी है. जिसे उद्योगपतियों को पूरा करना होता है.
कानफेडरेशन ऑफ बहादुरगढ़ इंडस्ट्रीज (कोबी) के प्रधान व उद्यमी प्रवीन गर्ग की अगुवाई में काफी उद्यमी श्रमिकों के साथ सड़क पर बैठ गए. प्रवीन गर्ग ने किसानों से बहादुरगढ़ में किसान आंदोलन नहीं करने की भी अपील की है. इतना ही नहीं संगठन की ओर से मेट्रो रेलवे लाइन के पिलरों पर किसानों से अपील के फ्लैक्स भी लगाए गए हैं. जिसमें साफ तौर पर किसानों से बहादुरगढ़ में आंदोलन न करने की अपील की गई है, ताकि उद्योगों को किसी तरीके का नुकसान न हो.
गर्ग ने कहा कि झज्जर जिले में सालाना करीब 50 हजार करोड़ रुपए का कारोबार होता है. पिछली बार किसान आंदोलन के दौरान उद्योगों को 20 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान उठाना पड़ा था. उद्यमी एक बार फिर से किसान आंदोलन पार्ट-2 होने से भयभीत हैं और इसीलिए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. अपनी रोजी रोटी बचाने के लिए श्रमिक भी उद्यमियों के साथ मिलकर पूरा साथ दे रहे हैं. पिछले आंदोलन के दौरान उद्योगों में काम न मिलने से हजारों मजदूर भुखमरी के कगार पर आ गए थे. काफी संख्या में मजदूरों को बहादुरगढ़ से अपने गृह राज्यो उत्तर प्रदेश व बिहार आदि को पलायन करना पड़ा था.
साभार: हिन्दुस्थान समाचार