सिरसा: डबवाली के रास्ते सिरसा होकर दिल्ली जाने वाले किसानों को पुलिस ने गांव पंजुआना के पास ही रोक दिया है. सिरसा जिले के गांवों से आए किसान गांव पंजुआना में डटे हुए हैं और अपने ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ दिल्ली जाने पर अड़े हुए हैं.
मंगलवार सुबह से ही सिरसा जिले के विभिन्न गांवों के किसान अपने-अपने ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर डबवाली के रास्ते सिरसा में प्रवेश करने के लिए हाइवे पर आ गए थे. जैसे ही किसान हाइवे पर आगे बढ़ने लगे तो पहले से ही तैनात पुलिस कर्मियों ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोक दिया. किसानों का नेतृत्व कर रहे बीकेयू के अध्यक्ष लखविंद्र सिंह लक्खा ने किसानों के साथ आगे बढ़ने का प्रयास किया, मगर पुलिस कर्मियों की संख्या अधिक होने की वजह से वह आगे नहीं बढ़ पाए. उसके बाद किसानों ने पंजुआना में ही अपने वाहन रोक दिए और वहां डट गए.
किसानों ने मौके पर ही चाय का लंगर शुरू कर दिया। प्रधान लक्खा ने कहा कि सरकार किसानों के साथ ज्यादती कर रही है. किसान शांतिपूर्वक अपनी मांग रख रहे हैं, लेकिन सरकार रास्ता बंद करके किसानों को उकसा रही है. अभी किसान कोई बैरिकेडिंग नहीं तोड़ रहे हैं. किसान आराम से बैठे हुए हैं. आज शाम को मीटिंग होगी,उसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा.
पंजुआना से आगे गांव खैरेकां के पास तथा घग्गर पुल पर पुलिस की ओर से सीमेंट के ब्लॉक्स लगाए गए हैं, कंटीली तारें बिछाई गई हैं. सड़क के बीच खाई कर दी गई है ताकि किसान अपने वाहन लेकर आगे न बढ़ पाए. समाचार लिखे जाने तक सिरसा जिला में शांति का यमथी और किसान पंजुआना में रूककर आगे के आदेश का इंतजार कर रहे थे.
योजना के तहत पुलिस कर रही है काम- किसानों के दिल्ली कूच को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन योजना के तहत काम कर रहा है. योजना के तहत जिन-जिन गांवों से किसानों को दिल्ली जाना था, उन्हें उनके गांवों में ही रोक दिया गया है. गांवों के लिंक रास्तों को भी बंद किया गया है. हाइवे पर गांव खैरेकां के पास रास्ता बंद किया गया है. सीमेंट के ब्लॉक्स लगाने के साथ ही पुराने व जजर्र वाहनों को खड़ा कर दिया है.
इतना ही नहीं, प्लानिंग के तहत पुलिस ने उन वाहनों को भी पुल के पास खड़ा करवा दिया, जो जाम में फंसे हुए हैं. बताया गया है कि खैरेकां के पास पुलिस ने रास्ता बंद कर रखा है. इस तरह डबवाली से सिरसा की ओर आने वाले वाहन हाइवे पर खड़े हैं। इनमें तेल के टैंकर व माल से भरे हुए ट्रक शामिल हैं.
बीती रात पुलिस की ओर से वाहन चालकों से कहा गया कि कुछ देर के लिए रास्ता खोला जा रहा है. इसलिए आप अपने-अपने वाहनों को निकालकर ले जाओ. यह सुनकर वाहन चालकों ने अपने वाहनों को वहां से रवाना कर दिया और जैसे ही खैरेकां पुल के पास पहुंचे, उन्हें रोक दिया. यानि,रास्ता खोला ही नहीं था, सिर्फ वाहनों को पुल के पास खड़ा करवाना था ताकि किसानों के वाहन पुल तक न पहुंच पाए.
साभार: हिन्दुस्थान समाचार