नारनौल: नारनौल के संजय यादव असम में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में गोली लगने से शहीद हो गए. शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव नूनी शेखपुरा में शुक्रवार को पहुंचा. जहां पर भारत माता की जय व वंदे मातरम के नारों की गुंज के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. शहीद की अंतिम यात्रा में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओम प्रकाश यादव और जिला प्रशासन की तरफ से नायब तहसीलदार गजे सिंह मौजूद रहे.
संजय यादव 2006 में 68वीं बटालियन सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे. इसके बाद उन्होंने अनेक जगह पर तैनात रह कर डयूटी की. फिलहाल संजय यादव असम में डयूटी पर थे. 31 जनवरी को असम में हुए एक नक्सली हमले में संजय यादव को गोली लगी जिससे वे शहीद हो गए. संजय यादव का एक भाई पवन कुमार भी सीआरपीएफ में है. शहीद अपने पीछे पत्नी और दो छोटी बेटियां छोड़ गया एक बेटी की उम्र ढाई साल और दूसरी की उम्र करीब 6 साल है. मंत्री ओम प्रकाश यादव ने कहा कि यह पूरे देश के लिए बहुत बड़ी क्षति है. उनका बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा. सीआरपीएफ की टुकड़ी ने मातमी धुन बजाकर और बंदूक से सलामी देकर शहीद को श्रद्धांजलि दी. शहीद की इस अंतिम यात्रा में सैंकड़ों लोग शामिल हुए.
साभार: हिन्दुस्थान समाचार