फरीदाबाद: जिला पुलिस द्वारा विभिन्न मुकदमों में बरामद मादक पदार्थ को बुधवार को पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य की देख-रेख में आग के हवाले किया गया. जिला में गठित ड्रग डिस्पोजल कमेटी के चेयरमैन पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य, डीसीपी मुख्यालय अभिषेक जोरवाल, एसीपी मुख्यालय अभिमन्यु गोयत सहित गवाह के तौर पर समाज के गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी में यह कार्य किया गया.
गोल्डन ईगल वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी तिगांव रोड स्थित गांव जसाना में फरीदाबाद पुलिस थाना पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा अवैध रुप से की जा रही नशा तस्करी में विभिन्न 114 मुकदमों में बरामद किए गए ड्रग्स को आग के हवाले किया गया. इसमें फरीदाबाद पुलिस के 114 मुकदमों में जप्त किया गया नशीला पदार्थ शामिल है. जिसमें गांजा के 90 व स्मैक, इंजेक्शन, हेरोइन, मेथमहेटामाइन ड्रग, गोलियां और कैप्सूल इत्यादि के 23 मुकदमें है.
दर्ज किए गए 114 मुकदमों में 110 मुकदमे फरीदाबाद पुलिस तथा 4 मुकदमे जीआरपी के शामिल है. पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य (कमेटी चेयरमेन) की अध्यक्षता में नष्ट किए गए विभिन्न थानों के 114 मुकदमों में बरामद मादक पदार्थों में गांजा-760.926 किलोग्राम, चुरा पोस्त -37.388 किलोग्राम, स्मैक-79.204 ग्राम, नशीले इंजेक्शन-265 व कप्सूल-368 शामिल था.
पुलिस आयुक्त ने कहा कि मालखाने में जगह खाली हो सकेगी, जिससे माल खाने में भंडारण की व्यवस्था को सुव्यवस्थित किया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि नशा इंसान को धीरे धीरे अपराधी बना देता है. नशीले पदार्थ मनुष्य के शरीर के साथ-साथ उसको मानसिक रूप से भी अपाहिज बना देते हैं. इसीलिए नागरिक नशे से दूर रहकर समाज कल्याण में अपना योगदान दे.
उन्होंने कहा कि कुछ लोग गलत संगत में पड़क़र या शौकिया तौर पर नशे का सेवन शुरू करते हैं, परंतु बाद में उन्हें इसकी लत लग जाती है जिसके पश्चात इसकी आदत छोडऩा बहुत मुश्किल हो जाता है. इसीलिए पहले दिन से ही इससे दूर रहना चाहिए, ताकि आपके आने वाले भविष्य को नशे से दूर रख कर उज्जवल बनाया जा सके.
साभार: हिन्दुस्थान समाचार