चंडीगढ़: पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के दखल और काफी विवादों के बाद आज चंडीगढ़ को अपना मेयर मिल गया है. बीजेपी के पार्षद मनोज सोनकर ने 35 में से 16 वोट के साथ मेयर पद पर जीत हासिल कर ली है. दूसरी और कांग्रेस के प्रत्याशी कुलदीप टीटा सिर्फ 12 वोट की हासिल कर पाएं. मेयर पद के चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी नें गठबंधन किया जिसमें कुल 20 पार्षद थे बावजूद इसके बाजी भाजपा ले गई.
मेयर पद के लिए भाजपा को 16 और कांग्रेस के गठबंधन को 12 वोट मिले बाकि के 8 वोट को कैंसल कर दिया गया. जिसके चलते कांग्रेस और आप के पार्षदों ने आरोप लगाया है कि भाजपा मेयर नही चुन रही बल्कि लोगों के साथ धोखा कर रही है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर लिखा- चंडीगढ़ मेयर चुनाव में दिन दहाड़े जिस तरह से बेईमानी की गई है, वो बेहद चिंताजनक है। यदि एक मेयर चुनाव में ये लोग इतना गिर सकते हैं तो देश के चुनाव में तो ये किसी भी हद तक जा सकते हैं। ये बेहद चिंताजनक है।
दरअसल चंडीगढ़ मेयर के लिए सुबह 10 बजे से चुनाव शुरू होना था, लेकिन 38 मिनट की देरी के चलते प्रिजाइडिंग अफसर अनिल मसीह पहुंचे जिसके बाद काउसिंलर्स को समझा कर वोटिंग की प्रक्रिया शुरु की गई थी.