चंडीगढ़: हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सहकारी चीनी मिलों में गन्ने की पिराई क्षमता और चीनी की रिकवरी बढ़ाई जाए. इसके अलावा उन्होंने अधिकारियों से कहा कि गोदामों में रखी चीनी में नमी न आए, इसका भी ध्यान रखा जाए. प्रदेश में पिराई सीजन 2023-2024 के लिए गन्ने की पिराई का अनुमानित लक्ष्य 416 लाख क्विंटल रखा गया है.
मंत्री बनवारी लाल सोमवार को गन्ने की पिराई सीजन 2023-2024 के लिए सहकारी चीनी मिलों की कार्य दक्षता पर बुलाई गई समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे. बैठक में सहकारिता मंत्री को अवगत कराया गया कि 23 जनवरी 2024 तक चीनी मिलों में 167.43 लाख क्विटंल गन्ने की पिराई हो चुकी है तथा 14.78 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन हो चुका है. चीनी की रिकवरी 9.37 प्रतिशत रही है, जबकि गत वर्ष चीनी की रिकवरी 9.12 रही थी. चीनी मिलों की क्षमता का 86.71 प्रतिशत का उपयोग किया गया है. इसी प्रकार जींद सहकारिता मील में चीनी की रिकवरी 9.94, शहाबाद की 9.85 और सोनीपत की 9.76 प्रतिशत रही है.
इस मौके पर मंत्री बनवारी लाल ने कहा कि जिन चीनी मिलों की जैसे रोहतक, कैथल और पानीपत की चीनी रिकवरी कम रही है. वहां रिकवरी बढ़ाने के लिए कदम उठाए जाएं.
बैठक में जानकारी दी गई कि शुगर फैड ने अपने संसाधनों से किसानों को 444.94 करोड़ रुपये की अदायगी की गई. मंत्री डा. बनवारी लाल ने कहा कि किसानों को गन्ने की खरीद की अदायगी समय दी जानी सुनिश्चित की जाए. शुगरफैड ने इस सीजन में अभी तक 167.56 लाख क्विंटल गन्ने की 646.46 करोड़ रुपये से की खरीद की है.
साभार: हिन्दुस्थान समाचार