सोनीपत: हरियाणा में एक विवाह समारोह में शामिल होने आए दिल्ली पुलिस के एक एसीपी के बेटे की हत्या का मामला सामने आया है. पैसे के लेन-देन को लेकर युवक को नहर में कथित तौर पर धक्का दिया गया. फिलहाल उसका शव बरामद नहीं हो पाया है. सोनीपत व पानीपत में पुलिस का सर्च ऑपरेशन चल रहा है. मृत युवक का नाम लक्ष्य चौहान है.
पुलिस ने बताया है कि लक्ष्य का दो दोस्तों से पैसों को लेकर विवाद का था. जिस कारण इस घटना को अंजाम दिया गया. फिलहाल दो आरोपितों में से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दूसरे की तलाश जारी है. इससे पहले पुलिस ने गुरुवार को बताया था कि लक्ष्य अपने दो दोस्तों विकास भारद्वाज और अभिषेक के साथ बीते सोमवार को सोनीपत में एक विवाह समारोह में शामिल होने गया था. जब वह घर नहीं लौटा तो अगले दिन उसके पिता एसीपी यशपाल सिंह ने मंगलवार को गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई. यशपाल सिंह बाहरी-उत्तरी दिल्ली के एसीपी (अभियान) के रूप में तैनात हैं.
पुलिस उपायुक्त (बाहरी उत्तर) रवि कुमार सिंह ने बताया कि आरोपित अभिषेक को गिरफ्तार कर लिया गया और पूछताछ करने पर पता चला कि 22 जनवरी की दोपहर को वकील के क्लर्क विकास ने उससे संपर्क किया था और उसे भिवानी में एक विवाह समारोह में भाग लेने के लिए अपने साथ आने के लिए कहा था. विकास ने अभिषेक को बताया था कि लक्ष्य, तीस हजारी कोर्ट में प्रैक्टिस करता है, उससे कर्ज लिया था और जब उसने अपने पैसे वापस मांगे तो लक्ष्य ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया.
पूछताछ में आगे पता चला कि मुकरबा चौक से निकले तो लक्ष्य उन्हें कार में मिला. अभिषेक और लक्ष्य को कार में बैठा विकास भी उनके साथ निकला. देर रात तक वे भिवानी में शादी समारोह में पहुंचे और रात 12 बजे के बाद वहां से चले गए. पानीपत में रुककर तीनों नहर किनारे शौच के लिए कार से बाहर निकले. मौके का फायदा उठाते हुए अभिषेक और विकास ने कथित तौर पर लक्ष्य को नहर में धकेल दिया और लक्ष्य की ही कार से घटनास्थल से भाग गए. विकास ने भागने से पहले अभिषेक को नरेला में छोड़ा. पुलिस दूसरे आरोपित विकास के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है.
साभार: हिन्दुस्थान समाचार