कैथल: श्री कृष्ण अर्जुन रथ के साथ कोठी गेट के निर्माण का कार्य पूरा हो गया है. इस द्वार पर भगवान श्रीकृष्ण-अर्जुन रथ स्थापित किया गया है. इस गेट को अब भागवत गीता द्वारा का नाम दिया गया है. राजस्थान के डिजाइनिंग पत्थर तैयार इस गेट का उद्घाटन जल्द ही होगा. इसके बाद ढांड रोड पर ज्योतिबा फूले चौक, जींद रोड प्यौदा गेट के नजदीक तोरण द्वार बनाया जाएगा. इनका भी निर्माण कार्य जल्द शुरू किया जाएगा.
प्राचीन समय में कैथल शहर 8 गेटों के भीतर आबाद था. जिनमें चंदाना गेट, प्रताप गेट, रेलवे गेट, डोगरा गेट, सीवन गेट, माता गेट, कोठी गेट व क्योड़क गेट शामिल हैं. प्राचीन लखौरी ईंटों से बने यह गेट आज से 40 साल पहले बेहद अच्छी हालत में थे. धीरे-धीरे इन गेटों ने अपना अस्तित्व खो दिया. इन आठ गेटों के बीच ही शहर होता था। इन गेटों पर सुरक्षाकर्मी तैनात रहते थे. शाम को अंधेरा होते ही आठ गेट बंद हो जाते थे. इन गेटों पर तैनात सुरक्षाकर्मी की अनुमति के बाद ही लोग शहर में एंट्री करते थे. मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार 2 करोड रुपए की लागत से इन गेटों का पुनर्निर्माण किया जा रहा है. इनमें रेलवे गेट पहले ही बनकर तैयार हो चुका है.
साभार: हिन्दुस्थान समाचार