गुरुग्राम: हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन (एचसीएमएस) के आह्वान पर शुक्रवार को जिला के सरकारी अस्पतालों में कार्यरत डॉक्टर्स ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी. इससे स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ा. हालांकि सिविल सर्जन डा. वीरेंद्र यादव ने दावा किया कि गुरुग्राम में 183 में से 100 डॉक्टर हड़ताल पर रहे. बाकी के डॉक्टर्स व अन्य स्टाफ के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारू रखा गया. उन्होंने हड़ताली डॉक्टर्स को अपनी हठधर्मिता छोडक़र काम पर लौटने की भी अपील की.
हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन की ओर से अपनी चार मांगों को लेकर सरकार से बार-बार गुहार लगाई जा रही है. गुरुग्राम के सेक्टर-10 नागरिक अस्पताल में वरिष्ठ चिकित्सक एवं एसोसिएशन के सीनियर स्टेट वाइस प्रेजीडेंट डा. केशव शर्मा ने कहा कि उनकी मांग है कि स्पेशलिस्ट का केडर बनाया जाए. एसएमओ की सीधी भर्ती पर रोक लगाई जाए. सर्विस रूल में संशोधन किया जाए. केंद्र, दिल्ली और बिहार के समान चार वर्ष, नौ वर्ष, 13 वर्ष व 20 वर्ष की सेवा वाले डॉक्टर पर एसीपी लागू किया जाए. डॉक्टर्स की पर्सनल फाइल को तुरंत फाइनल किया जाए. इन मांगों को लेकर प्रदेश के सरकारी डॉक्टर्स काफी समय से सरकार से गुहार लगा रहे हैं. सरकार की ओर से आश्वासन के अलावा अब तक कुछ नहीं दिया गया है. इसलिए 29 दिसम्बर से हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया गया था. उन्होंने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती, हड़ताल जारी रहेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार से भी बातचीत चल रही है.
सीएमओ ने किया मरीजों को दिक्कत नहीं होने देने का दावा
डॉक्टर्स की हड़ताल के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारू रूप से चलाने के लिए सिविल सर्जन डा. वीरेंद्र यादव ने सेक्टर-10 नागरिक अस्पताल का निरीक्षण किया. उन्होंने हर विभाग में जाकर स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया. उन्होंने बताया कि हड़ताल से एक दिन पहले ही उन्होंने अस्पताल में वैकल्पिक व्यवस्था कर ली थी. सिविल सर्जन डा. वीरेंद्र यादव ने बताया कि 183 डॉक्टर ऑन रोल हैं. इसमें से 100 के करीब हड़ताल कर रहे हैं. बाकी के काम पर हैं. एनएसएम व कॉन्ट्रेक्ट के स्टाफ से काम चलाया जा रहा है.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार