यमुनानगर: अपनी मांगों को लेकर आज से सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर तीन दिन से हड़ताल पर है. इस हड़ताल से जिले के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं बाधित हुईं और मरीज व उनके तीमारदार परेशान हुए. गुरुवार से सरकारी अस्पताल की नर्सें भी 2 घंटे की हड़ताल का ऐलान कर चुकी है. डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने गुरुवार तक मांगे नहीं मानी तो फिर शुक्रवार से ओपीडी के साथ-साथ अपातकालीन सेवाएं भी बंद कर कर दी जाएंगी.
बुधवार से सरकारी डॉक्टर ओपीडी में काम नहीं कर रहे हैं. सरकारी अस्पतालों में हर दिन 5 से 7 हजार लोगों को ओपीटी में इलाज करने आते हैं. सबसे ज्यादा मरीज यमुनानगर नागरिक अस्पताल में करीब 2 हजार और जगाधरी नागरिक अस्पताल में करीब ढाई हजार लोग आते हैं. डॉक्टरों की हड़ताल से लोग परेशान हुए.
इस संबंध में मेडिकल एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष डॉक्टर विपिन गोंडवाल ने बताया कि आज सरकारी डॉक्टर ओपीडी में हड़ताल पर है. उन्होंने बताया कि दो साल पहले साल 2021 में भी डॉक्टरों ने इसी तरह के हड़ताल की थी. तब भी यही मांगें थीं. तब सरकार ने आश्वासन दिया था कि इन मांगों को पूरा कर दिया जाएगा, लेकिन आज तक उसे पूरा किया नहीं गया. 9 दिसंबर को भी डॉक्टरों ने दो घंटे की सांकेतिक हड़ताल रखी थी. आज पूरे दिन ओपीडी बंद रखेंगे. अगर सरकार ने गुरुवार तक मांगे नहीं मानी तो फिर 29 को आपातकालीन सेवा भी बंद कर देंगे.
सिविल सर्जन डॉक्टर मंजीत सिंह ने बताया कि सरकारी अस्पताल में लोगों को दिक्कत ना हो इसलिए प्रयास रहेगा कि उन्हें अस्पताल में आने वालों काे इलाज मिल सके.