फतेहाबाद: अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के उपलक्ष्य में शनिवार को शहर के विभिन्न कॉलेजों व स्कूलों में ‘एक मिनट एक साथ-गीता पाठ’ किया गया. इस दौरान शैक्षणिक संस्थान गीतों के श्लोकों से गूंज उठे. मनोहर मैमोरियल पीजी कॉलेज में ‘एक मिनट एक साथ-गीता पाठ’ किया गया. कॉलेज के संस्कृत एवं हिन्दी विभाग के संयुक्त तत्वाधान में कॉलेज परिसर स्थित श्रीमती अमरजीत कौर मैमोरियल हॉल में आयोजित कार्यक्रम में विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों ने मिलकर एक मिनट गीता का पाठ किया और गीता के विभिन्न श्लोको का उच्चारण किया. इसके अलावा कॉलेज की कक्षाओं में भी विद्यार्थियों द्वारा एक मिनट गीता का पाठ किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ कॉलेज प्राचार्य डॉ. गुरचरण दास व हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. मिनाक्षी कोहली ने किया वहीं
मंच संचालन संस्कृत विभाग से डॉ. रवीना द्वारा किया गया. एमएम कॉलेज एजुकेशन समिति के प्रधान राजीव बत्रा ने विद्यार्थियों से गीता के संदेश को अपने जीवन में अपनाने का आह्वान करते हुए कहा कि गीता में गुरु शिष्य का अनूठा सम्बन्ध है. यहां श्रीकृष्ण और अर्जुन के बीच गुरु का भय नहीं है, बल्कि सर्वांगीण प्रेम है जो विश्व के किसी धर्मग्रन्थ में नहीं मिलता. गीता हमें आत्म अनुशासन और आत्म संयम का पाठ पढ़ाती है. उन्होंने कहा कि गीता की बातें मनुष्य को सही तरह से जीवन जीने का रास्ता दिखाती है. गीता के उपदेश हमें धर्म के मार्ग पर चलते हुए अच्छे कर्म करने की शिक्षा देते हैं. गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि मनुष्य को उसके द्वारा किए गए कर्मों के अनुसार ही फल मिलता है, इसलिए मनुष्य को सदैव सत्कर्म करने चाहिए. इस अवसर पर राजकीय कॉलेज भट्टू से प्राध्यापक डॉ. राजाराम, नेशनल कॉलेज सिरसा से प्रो. भूषण, राजकीय महिला महाविद्यालय भोडिय़ाखेड़ा से डॉ. सोनिया गुप्ता व प्रो. सोनूराम के अलावा एमएम कॉलेज के वरिष्ठ प्राध्यापक कैप्टन देवेन्द्र गेरा, प्रो. ज्योति नागपाल, डॉ. सीमा शर्मा, डॉ. तृप्ता मैहता, कैप्टन रजनी वर्मा, प्रो. प्रतिभा मखीजा सहित समस्त स्टॉफ सदस्य मौजूद रहे. इसके अलावा मनोहर मैमोरियल शिक्षण महाविद्यालय में भी गीता जयंती उत्सव मनाया गया. इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी स्टाफ सदस्य एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे. आध्यात्मिक प्रकोष्ठ की इंचार्ज सुनीता तलवाड़ ने श्रीमद्भगवद गीता का महत्व बताया.
हिन्दुस्थान समाचार