जींद: डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने कहा कि गीता जयंती आज केवल प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में मनाई जा रही है. आने वाली पीढियां श्रीमद्भगवतगीता से ज्ञान लेंगी और आगे बढेंगी. श्रीमद्भगवतगीता जहां जीने का रास्ता दिखाती है, वहीं अंतिम समय में मनुष्य को मोक्ष की ओर ले जाती है. भगवान श्री कृष्ण ने पवित्र ग्रंथ गीता में कहा है कर्म करो, फल की इच्छा मत करो. इंसान को अपने सद्कर्म करने चाहिए, कर्म का फल भगवान के भरोसे छोड़ देना चाहिए.
डीसी मोहम्मद इमरान रजा शुक्रवार को दो दिवसीय जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. गौरतलब है कि गीता जयंती महोत्सव जिला प्रशासन जींद एवं सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के सौजन्य एवं विभिन्न संगठनों व अन्य समाजसेवियों के सहयोग से आयोजित किया जा रहा जो 23 दिसंबर तक चलेगा.
उपायुक्त ने कहा कि गीता एक धार्मिक ग्रंथ होने के साथ-साथ एक जीवन दर्शन भी हैं. जिसको अपना कर कोई भी व्यक्ति अथवा राष्ट्र अपना विकास कर सकता है. गीता सार्वभौमिक व कल्याणकारी है. गीता केवल उपदेश व आस्था ही नहीं जीवन पद्धति भी है. गीता सोच ही नहीं, चिंतन और दिशा भी है. इसके 18 अध्यायों में कर्मयोग, ज्ञानयोग और भक्तियोग की जो सरस्वती बहती है, उससे अज्ञान रूपी अंधकार धुल जाता है. यहीं वजह है कि गीता भारतीयों की ही नहीं बल्कि विदेशियों को भी प्रिय है.
उन्होंने गीता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गीता जीवन जीने की एक पद्धति है. यह केवल एक श्लोको का संग्रह मात्र न रह कर, संस्कृति का अभिन्न अंग बन गया है. उन्होंने कहा कि श्रीमद्भगवतगीता दुनिया को कर्म प्रदान विश्व का संदेश देती है. दुनिया में प्रत्येक व्यक्ति जब कर्म योगी बनेगा तभी आपसी सद्भाव, प्यार व भाईचारा बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि धार्मिक ग्रंथ का संदेश दुनिया के कोने-कोने में पहुंचे व जनकल्याण के लिए इस संदेश का प्रयोग हो. इसलिए ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल के मार्गदर्शन में देश व प्रदेश में गीता महोत्सव को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जा रहा है.
18 श्लोक, गीता मंडप, गोवर्धन पर्वत बना आकर्षण का केंद्र
समारोह स्थल पर गीता अध्याय से संबंधित प्रदर्शित किए हुए 18 श्लोकों, गीता मंडप, गोवर्धन पर्वत व आयोजन स्थल पर लगाई गई स्टालों व अन्य गीता से संबंधित प्वायंट आकर्षण का केंद्र रहे. स्वयं सहायता समूह के द्वारा लगाई गई स्टालों में उनके द्वारा हाथ से बनाई गई स्वैटर को भी लोगों ने सराहा. डीसी इस दौरान वे सभी विभागों की स्टालों पर गए और गुलशन भारद्वाज के द्वारा लगाए गए पुरात्व चीजों के संग्रह की गई चीजों की जानकारी ली और उनके इस कार्य को सराहा. गीता मंडप में विधिवत मंत्रों व श्लोक उच्चारण के साथ यज्ञ हवन में आहूति डाली.
डीसी ने सेल्फी प्वायंट पर बच्चों के साथ ली सेल्फी
उन्होंने प्रदर्शनी स्थल पर सेल्फी प्वायंट पर बच्चों के साथ सेल्फी ली व डार्क रूम में बैठ कर महाभारत का नाट्य रूपांतरण को भी देखा. दिवान बाल कृष्ण रंगशाला में जहां विभिन्न शिक्षण संस्थाओं के बच्चों द्वारा गीता व संस्कृति, देशभक्ति की भावन से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया वहीं वृंदावन से आए कलाकारों द्वारा भगवान कृष्ण पर बेहतरीन प्रस्तुति दी गई.
हिन्दुस्थान समाचार