फतेहाबाद, 16 दिसम्बर (हि.स.)। प्रदेश सरकार द्वारा मार्केटिंग
फीस में 50 फीसदी
की बढ़ोतरी करने से प्रदेशभर के सब्जी मण्डी व्यापारियों में भारी गुस्सा है।
आश्वासन के बावजूद अब तक प्रदेश सरकार द्वारा इस बढ़ोतरी के काले फरमान को वापस न
लिए जाने पर सब्जी मण्डी व्यापारियों ने शनिवार को 20 दिसम्बर को हड़ताल का ऐलान कर दिया है।
फतेहाबाद सहित प्रदेश की सभी सब्जी मण्डियां 20 दिसम्बर
को बंद रहेंगी और सब्जी व्यापारी सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन करेंगे। शनिवार को
नई सब्जी मण्डी में व्यापारियों की बैठक सब्जी मण्डी के प्रधान भूप सिंह की
अध्यक्षता में हुई। बैठक में मौजूद सभी व्यापारियों ने सरकार के इस फैसले की कड़े
शब्दों में निंदा की और इस फरमान को तुरंत वापस लेने की मांग की।
सब्जी मण्डी प्रधान भूप सिंह ने बताया कि सरकार ने 2021 व 2022 में
भी मार्किट फीस लेने का फैसला लिया था लेकिन व्यापारियों के विरोध के बाद सरकार ने
इसे वापस ले लिया था। मार्केटिंग बोर्ड को चलाने के लिए साल में 15 करोड़
रुपये की जरूरत होने की बात कही गई थी। जब तय हुआ था कि 11 हजार, 21 हजार
व 51 हजार
के तीन स्लैब बनाकर लाइसेंस फीस वसूली जाएगी। गांव व देहात के आढ़ती से 11 हजार, जिले
की मंडियों में काम कर रहे व्यापारियों से 21 हजार व शहरों की मंडियों के व्यापारी से 51 हजार
रुपये फीस लेने का फैसला हुआ था। इससे सरकार को सालाना 17 करोड़
रुपये का रेवेन्यु मिलता था लेकिन अब तीन लाख की फीस देने वाले व्यापारियों की फीस
50 प्रतिशत
बढ़ाकर 4.50 लाख
रुपये कर दिए गए हैं जोकि सरासर अन्याय है।
इसी तरह साल में 2 लाख की लाइसेंस फीस देने वालों की फीस बढ़ाकर 3.25 लाख
कर दी गई है। सरकार ने सभी कैटेगरी में फीस 50 फीसदी बढ़ाकर 15 दिसम्बर से इसकी वसूली के निर्देश दिए गए हैं।
सरकार द्वारा एक साल की लाइसेंस फीस एडवांस मांगी जा रही है जोकि सरासर गलत है।
प्रदेशभर के सब्जी मण्डी व्यापारी सरकार के इस फरमान के विरोध में हैं। इसको लेकर
प्रदेशभर की सब्जी मण्डियां 20 दिसम्बर को बंद रहेंगी। अगर फिर भी सरकार उनकी
मांग को नहीं मानती तो आने वाले चुनावों में उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।