चंडीगढ़, 14 दिसंबर (हि.स.)|
एसवाईएल नहर के मुद्दे पर एक बार फिर से हरियाणा व पंजाब के मुख्यमंत्री व अधिकारी
आमने-सामने बैठकर मीटिंग करने जा रहे हैं. केंद्रीय जल
शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सुप्रीम कोर्ट में इस केस की सुनवाई से पहले 28
दिसंबर को चंडीगढ़ में दोनों राज्यों की संयुक्त बैठक बुलाई है.
सुप्रीम कोर्ट में इस केस की सुनवाई बीती चार अक्टूबर को थी. इस सुनवाई से ठीक एक दिन पहले तीन अक्टूबर को पंजाब के मुख्यमंत्री
भगवंत मान ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पत्र लिखकर बातचीत के लिए बैठक
का प्रस्ताव दिया था. अगले दिन सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई
के चलते हरियाणा ने पंजाब के इस पत्र का जवाब 14 अक्टूबर
को देते हुए कहा था कि वह एसवाईएल के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए पूरी तरह से
तैयार हैं.
अक्टूबर में लिखे गए इस पत्र के बाद अब दोनों राज्यों के बीच 28
दिसंबर को बैठक होने जा रही है. इस बैठक
में मुख्यमंत्री मनोहर लाल का प्रयास रहेगा कि पंजाब नहर निर्माण के लिए राजी हो. गुरुवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री मनोहर
लाल ने कहा कि पानी की उपलब्धता अलग विषय है, इसे नहर
निर्माण के साथ नहीं जोड़ा जा सकता. पंजाब को सुप्रीम
कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हुए नहर का निर्माण करना चाहिए. मनोहर लाल ने कहा कि वह इस बैठक में हरियाणा के सभी संबंधित
अधिकारियों के साथ जाएंगे और हरियाणा का पक्ष मजबूती से रखेंगे.