जींद, 12 दिसंबर | उचाना स्थित खटकड़ टोल के पास
मंगलवार को आयोजित विजय दिवस कार्यक्रम में खिलाड़ी से लेकर राजनेता, किसान नेता पहुंचे. कार्यक्रम में आए सभी
किसानों ने दो मिनट का मौन रख कर किसान आंदोलन में मौत का ग्रास बने किसानों को
श्रद्धाजंलि दी.
कांग्रेस राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि देश की आजादी
के 75 साल के बाद सबसे बड़ा आंदोलन किसान आंदोलन रहा,
लेकिन 75 साल के इतिहास में ऐसा अहंकार
किसी सरकार में नहीं देखा जो केंद्र, प्रदेश सरकार में
नजर आया. प्रदेश से 10 लोकसभा,
5 राज्यसभा में सांसद है. जिनमें से 14
भाजपा के है. मैं (दीपेंद्र) जब कहता था
कि किसान की मांगों को मानो लेकिन मांगों को मानना तो दूर किसानों को कभी आतंकवादी
कहा गया तो कभी कुछ कहा गया. किसान आंदोलन में मौत का
ग्रास बने किसानों को लेकर भाजपा के किसी सांसद, मंत्री
ने एक शब्द संवेदना का प्रकट नहीं किया.
उन्होंने कहा कि पंजाब के किसानों को जब चोट पड़ी तो पंजाब से
अकाली, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी
के सांसद खड़े नजर आए, लेकिन जब हरियाणा के किसानों को
चोट पड़ी तो हरियाणा के 14 सांसद किसानों के खिलाफ संसद
में खड़े नजर आए. आने वाले समय में समझ कर काम लेना है. जो बात पूर्व पीएम चौ. चरण सिंह कहते थे कि किसान की एक आंख खेत की
ड्योली एक आंख दिल्ली की राजनीति पर आपकी होनी चाहिए.
समझदारी से आप फैसला लेना. स्मारक बनाने के लिए सांसद
कोटे से 21 लाख रुपए देने की घोषणा की दीपेंद्र हुड्डा ने
की.
राष्ट्रीय
लोकदल के राष्ट्रीयध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि लिखित तौर पर आश्वसन दिया गया था
जब किसान आंदोलन स्थगित हुआ था. नवंबर के महीने की बात है सभी
किसान संगठनों ने निर्णय लिया था कि आंदोलन जीत गए हमारी मांगे मानी गई. किसानों पर जो दर्ज मामले थे उनको रद्द करने की मांग को भी माना गया
था. आम आदमी पार्टी नेता अनुराग ढांडा ने कहा कि जब किसान
आंदोलन था तो आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता से लेकर नेता, विधायक, मंत्री, दिल्ली
के सीएम अरविंद केजरीवाल सब किसानों के साथ थे.
खटकड़ टोल कमेटी द्वारा किसान आंदोलन में जींद जिले से मौत का
ग्रास बने 19 किसानों की याद में स्मारक बनाने का फैसला
लिया हुआ है. इसको लेकर विजय दिवस कार्यक्रम आयोजित किया
गया. जो किसान मौत का ग्रास बने है उन सभी किसानों के नाम
यहां पर लिखे जाएंगे. कार्यक्रम में उचाना क्षेत्र के
साथ-साथ जिले भर से लोगों ने पहुंच कर मौत का ग्रास बने किसानों को श्रद्धाजंलि
अर्पित की.