यमुनानगर, 9 दिसंबर | हरियाणा भर
में शनिवार सुबह 2 घंटे की सरकारी डॉक्टरों ने पेन डाउन
हड़ताल की. इसी कड़ी में जिला यमुनानगर के सरकारी
अस्पतालों व स्वास्थ्य सामुदायिक केंद्रों में भी इस हड़ताल का असर सुबह देखने को
मिला. जिसके चलते मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा.
वहीं हरियाणा सिविल मेडिकल एसोसिएशन के जिला प्रधान विपिन गोंदवाल
ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर डॉक्टरों ने पहले भी हड़ताल की थी. जिस पर सरकार ने हमारी मांगों को सही मानते हुए अपनी मौखिक सहमति दी
थी. लेकिन इसे लागू करने के लिए लिखित सरकारी आदेश नही
दिए गए है. जिसके चलते आज जिले के 90 डॉक्टरों सहित प्रदेश भर के 3000 डॉक्टरों ने
सुबह 9 बजे से 11 बजे तक 2
घंटे की पेन डाउन हड़ताल की है. हालांकि
हड़ताल के बावजूद भी सभी आपातकालीन सेवाओं को बंद नहीं किया गया है.
उन्होंने कहा कि हमारी मुख्य मांगें
वहीं है जो दो साल पहले थी. हरियाणा के लगभग 3000
डॉक्टर पिछले 2 वर्षों से स्पेशलिस्ट
केडर लागू करने,वरिष्ठ मेडिकल ऑफिसर की सीधी भर्ती पर रोक
लगाने, सर्विस रूल में संशोधन, केंद्र
के स्तर पर एसीपी वेतन वृद्धि लागू करने की मांग को लेकर सरकार से अपील करते आ रहे
हैं. डॉक्टरों का कहना है कि इन मांगों को लागू करने के
लिए बार-बार सरकार से अपील की गई है. उन्होंने कहा कि अगर
इसके बाद भी सरकार ने मांगों को लागू करने में गंभीरता नहीं दिखाई तो राज्य स्तर
पर बैठक करके अगले कार्यक्रम का ऐलान किया जाएगा . इस
मौके पर बड़ी संख्या में डॉक्टर शामिल रहे.