श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र के विकास में धन की कमी आड़े नहीं आएगी. अब दुनिया भर के श्रद्धालु इस कार्य के लिए दान दे सकेंगे. इसके लिए भारत सरकार ने विशेष अनुमति दे दी है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के निर्माण के लिए विदेशी स्रोतों से चंदा प्राप्त करने की अनुमति दी है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि यह धन दिल्ली में स्थित भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा में न्यास के बैंक खाते में जमा कराया जा सकता है.
चंपत राय ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम 2010 के अंतर्गत स्वैच्छिक योगदान प्राप्त करने के लिए भारत सरकार के गृह मंत्रालय के एफसीआरए विभाग ने मान्यता प्रदान कर दी है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘विदेशी स्रोतों से प्राप्त होने वाला कोई भी स्वैच्छिक योगदान केवल भारतीय स्टेट बैंक की 11, संसद मार्ग, नई दिल्ली-110001, स्थित मुख्य शाखा वाले खाते में ही स्वीकार होगा.’’
राय ने मीडिया को अलग से जारी एक वक्तव्य में कहा, ‘‘गृह मंत्रालय के एफसीआरए विभाग ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को विदेशी स्रोतों से स्वैच्छिक अंशदान प्राप्त करने के लिए पंजीकृत किया है.’’ राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा ने पिछले दिनों ‘पीटीआई-भाषा’ को दिये साक्षात्कार में बताया था कि अयोध्या में निर्माणाधीन तीन मंजिला राम मंदिर के भूतल का निर्माण कार्य दिसंबर के अंत तक पूरा हो जाएगा.
मिश्रा ने यह भी कहा था कि मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 20 से 24 जनवरी के बीच किसी दिन हो सकती है और इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल हो सकते हैं. उन्होंने कहा था कि अंतिम तारीख प्रधानमंत्री कार्यालय की सूचना के आधार पर तय की जाएगी.