दिल्ली ज्यूडिशियल सर्विस प्री परीक्षा के आयोजन में थोड़ा ही समय बाकी है. इस एग्जाम की तैयारी करने वाले कैंडिडेट एक-एक चरण की प्रिपरेशन न करते हुए तीनों चरणों को दिमाग में रखते हुए तैयारी करते हैं. प्री का नतीजा आने के बाद मेन्स के लिए बहुत वक्त नहीं मिलता इसलिए एक कंप्लीट और बैलेंस्ड अप्रोच लेकर चलना ठीक रहता है. इस परीक्षा की तैयारी में क्या करें को लेकर काफी चर्चा हो चुकी है लेकिन कुछ गलतियां हैं जिन्हें एवॉएड करना भी जरूरी है. आज बात करते हैं ऐसी ही पांच गलतियों के बारे में जिनसे आपको बचना चाहिए.
हर विषय को दें महत्व, मैथ्स को न करें इग्नोर
कई बार कुछ कैंडिडेट्स जिन विषयों में कमजोर होते हैं उन्हें या तो पूरी तरह छोड़ देते हैं या इग्नोर करते हैं. अगर ऐसी ही कंडीशन आपके साथ भी है तो इससे बचें. खासकर मैथ्स विषय को इग्नोर न करें. इसे छोड़ने पर आपके सेलेक्शन के चांस कम हो जाएंगे क्योंकि हर साल बड़ी संख्या में कैंडिडेट्स परीक्षा में भाग लेते हैं और प्रतियोगिता तगड़ी होती है.
एडिटोरियल से डीप नॉलेज लेना
इस परीक्षा की तैयारी के लिए न केवल न्यूज पेपर पढ़ना जरूरी है बल्कि उसके एडिटोरियल की गहरी जानकारी भी महत्वपूर्ण है. इसलिए फौरी तौर पर पेपर न पढ़ें बल्कि न्यूज पेपर के आर्टिकल्स में कही गई बात को गहराई से समझें.
एंड के लिए न बचाएं बहुत से टॉपिक
कई बार कुछ कैंडिडेट्स में ये आदत होत है कि वे कठिन विषय या जो समझ नहीं आता उसे एंड के लिए छोड़ते चलते हैं. इससे कई बार आखिर में इतना सिलबेस बच जाता है कि समस्या आती है. ऐसा न करें और जो समझ नहीं भी आ रहा उसे एंड आने के पहले खत्म कर लें.
तैयारी को एनालाइज करना
केवल एक दिशा में पढ़ाई जारी रखने से काम नहीं चलता. जरूरी है कि आप अपनी प्रिपरेशन को एनालाइज भी करें. इसके लिए समय-समय पर मॉक टेस्ट देते रहें. इससे आपको टाइम मैनेजमेंट से लेकर वीक एरिया तक के बारे में समय से पता चल जाएगा. मॉक टेस्ट इग्नोर न करें और शुरुआती समय से ही पेपर देने लगें.
रिवीजन के लिए नोट्स बनाना
इस बात से तो कोई इंकार नहीं कर सकता कि अगर पढ़ा हुआ रिवाइज नहीं किया तो सब बेकार है. चाहे आप दिन में 5 घंटे पढ़ें या 8 घंटे. इसलिए बेहतर होगा कि साथ के साथ नोट्स बनाते चलें. उस समय टाइम लगेगा लेकिन बाद में बहुत मदद मिलेगी. एंड में आराम से रिवीजन हो जाएगा. अगर ये तरीका पसंद नहीं तो अपनी च्वॉइस के मुताबिक कोई और तरीका चुन लें लेकिन रिवीजन को भरपूर महत्व दें.