सुबह और शाम के समय हो रही ठंड के साथ मौसम का यह बदलाव लोगों की सेहत पर भारी पड़ रहा है. लोगों को खांसी, जुकाम, बुखार और बदन दर्द की शिकायत बहुत ज्यादा हो रही है. हर रोज 250 से ज्यादा लोग इन शिकायतों के साथ नागरिक अस्पताल की ओपीडी में पहुंच रहे हैं. यह संख्या 350 को भी पार कर जाती है. बीमार होने वालों में ज्यादा संख्या छोटे बच्चों और बुजुर्गों की है.
नागरिक अस्पताल में आने वाले मरीजों के आंकड़े बता रहे हैं कि बच्चे ठंड से बचाव नहीं करते और लापरवाही बरतते हैं. वहीं दूसरी ओर बुजुर्गों का शरीर कमजोर होने के कारण वो ठंड की चपेट में जल्दी आ जाते हैं. एक महीने पहले तक नागरिक अस्पताल की ओपीडी में बुखार और खांसी की शिकायत लेकर करीब 100 लोग हर रोज पहुंचते थे. अब यह आंकड़ा 250 से ज्यादा हो गया है. नागरिक अस्पताल में ओपीडी के बाहर मरीजों की लाइन लग रही हैं. वैसे हर रोज 500 के करीब ओपीडी होती हैं.
बुखार के दो दिन बाद कराएं टेस्ट
नागरिक अस्पताल के चिकित्सक रणजीत सिंह ने बताया कि बुखार होने के दो दिन बाद टेस्ट जरूर करवाने चाहिए. क्योंकि दो दिन बाद टेस्ट कराए जाने पर रिपोर्ट सटीक आती है. उस रिपोर्ट के आधार पर उपचार भी बेहतर मिलता है.
दवा से ज्यादा एहतियात जरूरी
डॉ. रणजीत ने बताया कि इस मौसम में बीमार होने से बचने के लिए मास्क लगाकर रखें. घर के आसपास पानी एकत्र न होने दें. पानी ज्यादा पीएं. पानी को उबालकर ठंडा कर लें ताकि उसके कीटाणु खत्म हो जाएं.
इन खाने से करें परहेज
आइए जानते हैं ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में, जिन्हें ठंड के मौसम में नहीं खाना चाहिए. डॉक्टर के मुताबिक ठंड के मौसम में उन चीजों के सेवन से बचना चाहिए, जिनकी तासीर ठंडी होती है. इनमें नारियल पानी, छाछ व दही शामिल हैं. सर्दी के मौसम में इन चीजों का सेवन करने से गले में खराश हो सकती है. वहीं जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है. उन्हें कई मौसमी बीमारियों का खतरा हो सकता है. इसलिए ठंड में गर्म प्रभाव वाली चीजें ही खाएं. भोजन के साथ गुड़, टमाटर का रस और अन्य मौसमी सब्जियों आदि का प्रयोग करें.