कैथल: धान के अवशेष जलाने पर जिला प्रशासन ने सख्त और रवैया अपनाया है. कलायत क्षेत्र के चार गांव में पराली जलाने की घटनाएं हुई. राजौंद के भी एक गांव में धान के अवशेष जलाए गए.
जिसके बाद कृषि विभाग के अधिकारियों की शिकायत पर कलायत और राजौंद में पांच किसानों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. कृषि अभियान के नोडल अधिकारी जगदीश मलिक ने बताया कि कैथल में अब तक धान के अवशेष जलाने की 267 घटनाएं हो चुकी हैं और 87 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं.
प्रशासन की अवहेलना करने पर 5 लाख 75 हजार रुपए जुर्माना भी किया जा चुका है. पहले मामले में नरवाना के एग्रीकल्चर सुपरवाइजर सूर्यकांत की शिकायत पर गांव ढुंढवा के किसान जितेंद्र के खिलाफ दो मरले की पराली जलाने पर मामला दर्ज किया गया है.बीटीएम जोगिंदर सिंह की शिकायत पर 5 एकड़ 7 कनाल क्षेत्र में पराली जलाने पर गांव बालू की सीमा के खिलाफ प्रशासन की अवहेलना करने पर मामला दर्ज किया गया है. एग्रीकल्चर सुपरवाइजर नरेश में की शिकायत पर गांव कुराड़ के किसान मेघराज के खिलाफ धान के अवशेष जलाकर प्रशासन की आवहेलना व प्रदूषण फैलाने का मामला दर्ज किया गया है.
इसी प्रकार कृषि विभाग राजौंद के सुपरवाइजर पंकज की शिकायत पर गांव नंद करण माजरा के किसान जयदेव के खिलाफ दो एकड़ में धान के अवशेष जलाने पर एफआईआर दर्ज की गई है।