फरीदाबाद: दीवाली के गुजर जाने के बाद
शहर में आबोहवा बुरी तरह से खराब हो गई है. यहां प्रदूषण का स्तर लगातार बढऩे से
लोगों को भारी परेशानियां पेश आ रही है. प्रशासन भी अब प्रदूषण से निपटने के लिए
अलर्ट मोड पर आ गया है और जिला में प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई
की जा रही है. पुलिस विभाग द्वारा प्रदूषण फैलाने वाले 1087 वाहनों के चालान किए गए हैं और बंद के
बावजूद चलने वाले बीएस-3 व बीएस-4 श्रेणी के 69 वाहनों को इंपाउंड कर दिया गया है.
उपायुक्त विक्रम सिंह ने शुक्रवार को बताया कि एक अक्टूबर से विशेष टीमें गठित कर
प्रदूषण नियंत्रण के लिए कार्य किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि अनाधिकृत रूप से
लोग सडक़ों पर वाहनों को खड़ा कर देते हैं. इसके जाम की समस्या उत्पन्न होती है और
प्रदूषण फैलता है. इसके लिए जिला फरीदाबाद में पुलिस विभाग द्वारा 9421 वाहनों के अनाधिकृत पार्किंग के चालान
किए गए हैं. उपायुक्त ने बताया कि प्रदूषण नियंत्रण विभाग द्वारा भी लगातार
कार्रवाई की जा रही हैं. उन्होंने बताया कि जिला में पाबंदी के बावजूद चल रहे दो
डीजल जनरेटरों को सीज किया गया है. इसके साथ ही चार ऐसी साईट मिली हैं जहां खुले
में निर्माण सामग्री रखी गई थी. इन चारों साईटों के मालिकों पर चार लाख रुपये
जुर्माना किया गया है. इसके साथ ही प्रदूषण फैलाने वाले 10 उद्योगों को भी बंद किया गया है. वहीं
जिला में स्क्रैप जलाने पर एक व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है. उपायुक्त
विक्रम सिंह ने कहा कि प्रदूषण फैलाने वालों को बक्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि
जिला में ग्रैप-4 के तहत
नियम लागू हैं और सभी लोगों से अपील है कि वह नियमों का पालन करें.