AI Development Program in Haryana: हरियाणा, भारत का वह राज्य है जिसे कृषि प्रधान के नाम से भी जाना जाता है. हरियाणा का नाम सुनते ही लोगों के दिमाग में सबसे पहले कृषि और खेल ही आता है लेकिन अब हरियाणा यहीं तक सीमित नही है. अब आने वाले समय में यह राज्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के तहत एक नए मॉर्डन राज्य के तौर पर उभरकर आने वाला है.
हरियाणा सरकार ने AI के तहत प्रदेश के हर क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विकास परियोजना (HAIDP) शुरू की है. इस योजना के लिए सरकार ने 474.39 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है.
जानिए क्या है हरियाणा AI मिशन?
हरियाणा बजट सत्र 2025 में सीएम नायब सिंह सैनी ने हरियाणा AI मिशन की घोषणा की थी. बता दें, HAIDP, हरियाणा AI मिशन के तहत ही आता है. इस मिशन का उद्देश्य हरियाणा के युवाओं को एआई से जुड़ी टेक्नॉलॉजी में प्रशिक्षित कर बेहतर भविष्य और नौकरी के लिए तैयार करना है.
आइए अब जानें क्या है HAIDP?
‘हरियाणा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विकास परियोजना’ राज्य सरकार के द्वारा शुरू की गई तीन वर्षीय (2025-2028) प्रोग्राम है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य हरियाणा को कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित विकास के लिए राष्ट्रीय केंद्र में बदलना है. साथ ही इस योजना के तहत न केवल युवाओं को रोजगार मिलेगा बल्कि राज्य की सामजिक और आर्थिक स्थिति में भी बेहद सुधार होगा.
HAIDP एक वित्त पोषित योजना है जिसमें राज्य सरकार के साथ-साथ विश्व बैंक भी सहायता कर रहा है. इसमें 70 प्रतिशत की सहायता विश्व बैंक और 30 प्रतिशत हरियाणा सरकार फंड कर रही है.
HAIDP का उद्देश्य
- HAIDP योजना का उद्देश्य राज्य के 50 हजार से ज्यादा युवाओं को प्रशिक्षित करना है.
- हरियाणा में कृषि क्षेत्र से लेकर प्रशासनिक तक कृत्रिम बुद्धिमत्ता के जरिए विकास को बढ़ावा देना.
- इस प्रोग्राम के चलते हरियाणा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान मिलेगी.
हरियाणा के ये 2 शहर जल्द बनेंगे AI हब
हरियाणा सरकार ने बजट सत्र 2025 में हरियाणा AI मिशन की स्थापना की थी. जिसके तहत हरियाणा के दो शहर गुरुग्राम और पचंकूला में एक-एक हब ओपन किया जाएगा. इन 2 हब के जरिए 50 हजार युवाओं को एआई, डेटा साइंस और मशीन लर्निंग जैसी ट्रैनिंग देकर उन्हें कौशल बनाना है. साथ ही सरकार ने डिपार्मेंट ऑफ फ्यूचर नाम से एक नए विभाग की स्थापना भी की थी.
गुरुग्राम में बनेगा ग्लोबल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेंटर (GAIC)
हरियाणा का जिला गुरुग्राम को पहले भारत का सिंगापुर कहा जाता है. यह शहर पहले आईटी और कॉर्पोर्ट का गढ़ माना जाता है. यहां पर कई बड़ी-बड़ी विदेशी कपंनी गूगल, माइक्रोसॉफ्ट समेत कई कपंनियों का ऑफिस स्थित है.
अब सरकार ने युवाओं को AI, डेटा साइंस, मशीनी भाषा समेत कई नई टेक्नॉलॉजी के बारे में प्रशिक्षित कर बेहतर भविष्य के लिए तैयार कर रहा है. इसके लिए सरकार ने गुरुग्राम में ग्लोबल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेंटर स्थापित करेगा.
पंचकूला में होगी HACF की स्थापना
गुरुग्राम के अवाला पंचकूला में भी हरियाणा उन्नत कंप्यूटिंग केंद्र की स्थापना होगी. जिसके तहत हरियाणा सरकार युवाओं को IT प्रशिक्षण दिया जाएगा. सरकार के द्वारा शुरू की गई इस पहल का उद्देश्य राज्य के युवाओं को डिजिटल और तकनीकी बुनियादी ढांचे से मजबूत करना है.
सरकार द्वारा खोले जाने वाले दोनों हब का उद्देश्य राज्य के युवाओं को कंप्यूटर, डेटा साइंस और आईटी सेक्टर के विभिन्न तकनीकों को सिखाकर रोजागार के अवसर प्रदान करना है. इसे राज्य में बेरोजागरी दर घटेगी. साथ ही काम के लिए दूसरों जगहों पर जाने से होने वाले पलायन की समस्या भी कम होगी.
हरियाणा सरकार द्वारा शुरू किया गया HAIDP प्रोग्राम से इन-इन क्षेत्रों को क्या होगा लाभ
कृषि क्षेत्र
- हरियाणा को कृषि प्रधान राज्य भी कहा जाता है. प्रदेश के करीब 81 प्रतिशत लोग कृषि पर आधारित है. इस प्रोग्राम के तहत अब कृषि मंत्रालय आसानी से फसलों की उत्पादकता और नुकसान के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
- HAIDP की तहत नई तकनीकों को सीख ऑटोमेटिक और रोबोटोक्सि के जरिए भी खेती की जा सकती है. ऐसा करने में कम में लोगों की जरुरत होगी और साथ ही समय भी कम लगेगा.
- AI की मदद से कृषि उप्तादकता की श्रृंखला को पारदर्शी और ज्यादा प्रभावी बनाया जा सकता है. इसकी मदद से किसान अपनी बेहतर फसलों के लिए अच्छी कीमत प्राप्त कर सकते हैं.
- AI मॉडल सैटेलाइट की मदद से हर हफ्ते स्वयं फसलों की फोटो ली जाती है. जिसके माध्यम से फसलों की लंबाई और रंग का पता लगाया जाता है. ऐसा करने से समय और श्रम दोनों का बचत होती है.
- साल 2023 में हरियाणा के कृषि विभाग नरहरि सिंह बांगड़ ने बताया था कि “एआई मॉडल के लिए टेंडर आमंत्रित कर दिए गए हैं. AI से खेतीबाड़ी में क्रांति आएगी, जो किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगी।”
स्वास्थ्य क्षेत्र
हरियाणा में HAIDP योजना से कृषि के अलावा स्वास्थ्य क्षेत्र में भी सकरात्मक असर देखने को मिलेगा:
- AI की मदद से डिजिटल माध्यम से आसानी से बीमारियों का पता लगाया जा सकता है.
- AI की मदद से टीबी मरीजों के इलाज के समय पहले से उसकी मौत या लॉस-टू-फॉलो अप की जानकारी दे सकता है.
- AI की मदद से मरीज आसानी से अपनी बीमारी के बारे में पता लगाकर दवाई आसानी से खरीद सके. खासतौर पर ग्रामीण और दूर-दराज के इलाकों में लोगों को इसका बेहद फायदा मिलेगा.
- क्लिनीकल प्रणाली को तेजी से करने , बीमारी के बारे में पहले से पता लगाकर उसको नियंत्रण करने में भी AI महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
- AI की मदद से पैथोलॉजी से लेकर चिकित्सक के अलग-अलग क्षेत्र में डॉक्टर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.
AI तकनीकी का इस्तेमाल कर सरकार पहले ही झज्जर जिले में AI-सक्षम टेलीहेल्थ कियोस्क स्थापित कर चुकी है. ये प्रोजेक्ट-चरका के तहत शामिल है. इशकी मदद सेे बिना किसी पैसों के व्यक्ति अपनी स्वास्थ्य स्क्रीनिंग करवा सकता है और किसी रोग का पता लगने पर विशेषज्ञों द्वारा वर्चुअली बात भी कर सकते हैं.
ये भी पढ़ें: हरियाणा में फैला ‘डंकी रूट’ का नेटवर्क, लाखों देकर भी रहता है जान का खतरा
एजुकेशन के क्षेत्र में AI –
- AI विकास परियोजना की मदद से शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों-युवाओं को कंप्यूटर, एआई मशीन लर्निंग, डेटा साइंस और आधुनिक कौशल के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा. जिसे युवा नौकरी के लिए पूरी तरह से तैयार हो सकें.
- इस योजना के तहत राज्य को न केवल देश बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ही एक पहचान मिलेगी.
- AI के जरिए ग्रामीण और दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले युवक भी अब आसानी से शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं.
रोजगार के अवसर होंगे प्रदान –
- आज के इस दौर में IT सेक्टर खूब तेजी से विकास कर रहा है. HAIDP के जरिए युवक एआई, मशीन लर्निंग और डेटा एनीलिक्ट्स में ट्रेनिंग हासिल कर जॉब प्राप्त कर सकते हैं.
- युवकों को ट्रेनिंग और प्रशिक्षण करने के लिए शिक्षकों की भी आवश्यकता होगी.
- इससे हरियाणा की आर्थिक स्थिति भी बेहतर होगी. युवकों को काम के लिए दूसरे शहरों में जाने की जरुरत नहीं होगी.
कानून व्यवस्था में होगा सुधार –
- हरियाणा में कानून व्यवस्था पर भी AI अपना योगदान देगा. AI की मदद से आसानी से अपराधियों के बारे में जानकारी प्राप्त करने में मदद मिलेगी.
- AI के तहत अपराधियों द्वारा ज्यादातर चुने जाने वाले स्थानों के बारे में जानना.
- एआई की मदद से भविष्य में आने वाले क्राइम और अपराध के बारे में पहले से सतर्क रह सकते हैं.
प्रशासन विभाग में AI करेगा मदद
AI न केवल शिक्षा, कृषि और स्वास्थ्य के क्षेत्र में मदद करेगा, बल्कि यह प्रशासन के द्वारा भी कार्य में तेजी और सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाएगा.
जानें किस तरह HAIDP योजना के तहत युवक कर सकते हैं अप्लाई
- HAIDP योजना के पहले सरकार द्वारा पोर्टल ओपन किया जाएगा.
- जिसमें सभी इच्छुक उम्मीदवार अप्लाई कर सकते हैं.
- आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद उम्मीदवारों का एक टेस्ट लिया जाएगा.
- जो इस टेस्ट को पास करते हैं, वह इस प्रोग्राम का लाभ उठाने में सक्षम हो सकते हैं.
AI को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा पहले भी कई तरह की पहल कर चुकी है.
हरियाणा के पूर्व सरपंच ने AI फ्रेंडली पंचायत का अभियान किया शुरू
- जींद जिले में स्थित बीबीपुर गांव के पूर्व सरपंच ने AI फ्रेंडली पंचायत का अभियान शुरू किया था. जिसका उद्देश्य ग्रामीण इलाकों में पारदर्शिता, शासन और जवाबदेही में सुधार लाना था. इसके अलावा इसे होने वाले लाभों के बारे में ग्राम पंचायत को प्रोत्साहित करना भी जरुरी है.
- पूर्व सरपंच ने बताया कि सरकार ने फंड लेने के ग्राम पंचयातों को ग्राम पंचायत विकास योजना बनानी होती है. सामान्य तौर पर सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद भी पंचयातों को उचित फंड नहीं मिलता था लेकिन एआई की मदद से यह समस्या आसानी से हल की जा सकती है.
इमरजेंसी 112 AI से होगा कनेक्ट
- हरियाणा में जल्द 112 इमरजेंसी प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली को अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ जुड़ा जाएगा. जिसके तहत इमरजेंसी वाली स्थिति में मैनुअल डिस्पैच सिस्टम के बदले AI से संचालित ऑटो डिस्पैच सिस्टम शुरू किया जाएगा.
- इस बात की जानकारी देते हुए मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने बताया था कि हर जिले में अब 5 आपातकालीन प्रतिक्रिया वाहन तैनात किए गए.
हरियाणा ने नागरिकों के लिए लॉन्च किया AI चैटबॉट ‘सारथी ‘
- हरियाणा सरकार ने सभी जरुरी डॉक्यूमेंट्स और नीतियों को आम जनता तक पहुंचाने के लिए AI चैटबॉट लॉन्च किया है, जिसका नाम सारथी रखा गया है. सरकार द्वारा उठाया गया यह फैसला प्रशासन के क्षेत्र में AI को बढ़ावा देना है.
- बता दें, यह AI संचालित चैटबॉट 73,622 स्कैन किए गए पन्नों के PDF से डेटा प्रोसेस को तैयार कर जनता तक पहुंचाना है.
झज्जर के 14 साल के कार्तिक ने Chat GPT जैसा बनाया रघुराई बोटचैट
- हरियाणा के झज्जर में रहने वाले 14 साल के कार्तिक ने चैट जीपीटी जैसा रघुराई बोटचैट का बनाया है. कार्तिक का कहना है कि यह देश-विदेश की 67 लैंग्वेज में आसानी से बात कर सकता है.
- कार्तिक भारत का सबसे यंगेस्ट ऐप डेवलपर है. इसे पहले इन्होंने देश का बोलने वाला पहला अखबार बनाया था.
इसके अलावा हरियाणा में सरकार ने युवाओं को रोजगार देने के लिए कुछ योजनाएं लॉन्च की है.
IT सक्षम युवा योजना
- हरियाणा सरकार द्वारा शुरू की गई IT सक्षम युवा योजना का उद्देश्य प्रदेश में उन युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना है, जो शिक्षित होने के बाद बेरोजगार बैठे हैं.
- यह योजना के लिए केवल युवाओं का इंजीनियरिंग और IT सेक्टर से बैकग्राउंड होना अनिवार्य है. इस योजना में युवाओं को 3 महीने की ट्रेनिंग दी जाती है. जिसके बाद इन युवाओं को राज्य सरकार के ही किसी संगठन या प्राइवेट सेक्टर में नौकरी दी जाती है.
- शुरूआत के समय युवाओं को सैलरी के तौर पर 20 हजार रुपये प्रति महीने दिए जाते हैं, जो करीब 7 महीने बाद बढ़कर 25 हजार हो जाते हैं. ट्रेनिंग के बावजूद यदि किसी को नौकरी नहीं मिलती है, तो सरकार द्वारा बेरोजगारी भत्ते के तहत उसे महीने 10 हजार रुपये दिए जाएंगे.
आइडिया थॉन हरियाणा 2025
- हरियाणा सरकार ने आइडिया थॉन हरियाणा 2025 प्रतियोगिता की शुरूआत की. इस योजना का उद्देश्य ITI और पॉलिटेक्निक स्टूडेंटस को प्रेरित करना है.
- इस प्रतियोगिता के तहत स्टूडेंट अपने आइडियाज प्रेसेंट करते हैं, जिसे बाद में उद्योग विशेषज्ञों के द्वारा मूल्याकिंत किया जाता है.
- बाद में जो इस प्रतियोगिता को जीतता है उसे अवॉर्ड, मेंटर और इंवेस्ट करने का मौका मिलता है.
इन राज्यों में AI को लेकर सरकारों ने शुरू की नई योजनाएं और नीतियां
आंध्र प्रदेश:
आंध्र प्रदेश को साइबराबाद का किंग भी कहा जाता है. सीएम चंद्र बाबू नायडु ने हाल ही गूगल कपंनी के साथ स्कूल से लेकर उद्योग और अस्पतालों पर एआई संबधित सेवाओं पर ट्रेनिंग देने और प्रशिक्षित करने के लिए एक समझौता तय किया है. जिससे 20 लाख रोजगार देने की संभावना है.
महाराष्ट्र:
महाराष्ट्र सरकार ने औद्योगिकी क्षेत्र में बेहतक विकास के लिए एआई नीति लाने का ऐलान किया है.
गुजरात:
साल 2024 में गुजरात सरकार ने स्पेशल एआई टास्कफोर्स का गठन करने की घोषणा की थी. सीएम भूपेंद्र पटेल ने गिफ्टी सिटी में AI सेंटर स्थापित करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के साथ एक MoU साइन किया है.
जानिए क्या है World Bank? जो हरियाणा के AI मिशन में निभा रहा बड़ा योगदान
बता दें, विश्व बैंक एक वैश्विक विकास सहकारी संस्था है. जिसकी संस्थापना साल 1944 में हुई थी. इस संगठन में कुल 187 देश शामिल हैं. इसका उद्देश्य गरीब देशों को वित्तीय सहायता देकर गरीबी को दूर करना है.
विश्व बैंक में कुल 5 बैंक शामिल हैं:
* बहुपक्षीय निवेश गारंटी एजेंसी
* अंतर्राष्ट्रीय निपटान विवाद केंद्र
* अंतर्राष्ट्रीय पुनर्निर्माण और विकास बैंक
* अंतर्राष्ट्रीय विकास संघ
* अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम
ये भी पढ़ें: ओपिनियन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स पर सरकार ने कसा शिकंजा, हरियाणा सहित इन राज्यों पर लगा प्रतिबंध