Cannes Film Festival 2024: 77वें कान्स फिल्म फेस्टिवल की शुरुआत 15 मई से हो चुकी है. हर साल भारत से भी कुछ सेलिब्रेटीज इस फेस्टिवल में शामिल होने के लिए आते हैं. इस बार आयोजित हुए कान्स फिल्म फेस्टिवल में भारत ने एक बार फिर अपने फैशल स्टेंटमेंट के साथ-साथ टेलेंट से भी वहां पर मौजूद लोगों का दिल जीता है. कान्स फिल्म फेस्टिवल में गुरुवार (23 मई) को चिंदानंद एस नाइक की शॉर्ट फिल्म ‘सनफ्लावर वेयर द फर्स्ट वन्स टू नो’ ने ला सिनेफ का अवॉर्ड अपने नाम कर लिया है. वहीं दूसरी और मेरठ की मानसी महाश्वेरी के द्वारा बनी एनीमेशन फिल्म ‘बन्नीहुड’ने तीसरे स्थान पर अपनी जगह हासिल की है.
मैसूर के चिदानंद की फिल्म ‘सनफ्लावर वेयर द फर्स्ट वन्स टू नो’ को मिला ला सिनेफ अवार्ड
मैसूर के डॉक्टर चिदानंद एस नाइक (Chidananda S Naik) ने यह फिल्म पुणे के भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (FTII) के टेलीविजन फील्ड में अपने कोर्स के दौरान ‘सनफ्लावर वेयर द फर्स्ट वन्स टू नो’ (SUNFLOWERS WERE THE FIRST ONES TO KNOW) फिल्म को प्रोड्यूस किया था. यह शार्ट फिक्शन फिल्म कन्नड़ के लोक कथा पर आधारित है. 16 मिनट में बनी इस फिल्म में एक गांव में रहने वाली बूढ़ी महिला का मुर्गा चोरी हो जाते है, जिसके बाद उसका पूरा गांव हमेशा के लिए अंधेरे में डूब जाता है.
मानसी महावेश्वरी की फिल्म ‘बन्नीहुड’को मिला तीसरा स्थान
कान्स फिल्म फेस्टिवल में मेरठ की रहने वाली मानसी महाश्वेरी (Mansi Maheshwari) ने ब्रिटेन के राष्ट्रीय फिल्म एण्ड टेलीविजन (FTII) स्कूल में पढ़ाई करने के दौरान इस एनीमेशन फिल्म ‘बन्नीहुड’ (BUNNYHOOD) को बनाया था. इस फिल्म ने ला सिनेफ कॉम्पिटिशन का तीसरा अवॉर्ड अपने नाम किया है.
आपको बता दें, चिदानंद नाइक को पहला अवॉर्ड मिलने के बाद भारत ने पिछले पांच सालों में दो अवॉर्ड अपने नाम कर लिए हैं. इसे पहले साल 2020 में भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान की स्टूडेंट अश्मिता गुहा की फिल्म कैटडॉग को यह अवॉर्ड मिला था. लॉ सिनेफ अवॉर्ड हासिल करने वाली फिल्मों का प्रीमियर 3 जून को सिनेमा डू पैंथियन में और 4 जून को एमके2 क्वाई डे सीन में किया जाएगा. कान्स फिल्म फेस्टिवल में पहले अवॉर्ड हासिल करने वाली फिल्म को 15,000 यूरो और तीसरा स्थान पाने वाली फिल्म को 7,500 यूरो की राशि दी जाती है.