आर्थिक स्थितियों से जूझ रहे भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान (Pakistan) की स्थिति बहुत बततर होती जा रही है. हालात इतने बुरे हो गए है कि अब पाकिस्तान सरकार (Pakistan Government) ने पाकिस्तानी इंटरनेशनल एयरलाइन्स समेत कई सारी सरकारी कंपनियों को प्राइवेटाइजेशन (Privatisation) करने का फैसला लिया है. इस बात की घोषणा स्वयं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (PM Shehbaz Sharif) ने की है. फैसला सुनाते समय शरीफ ने बताया कि शुरुआत में केवल नुकसान में चल रही कंपनियों को प्राइवेट सेक्टर के हाथों में सौपा जाएगा और रणनीतिक महत्व वाले पब्लिक उद्यमों को इस प्रक्रिया से अभी फिलहाल बाहर रखा जाएगा.
सरकार का काम नहीं व्यवसाय चलना
पाकिस्तान प्रधानमंत्री ने फैसला सुनाते हुए कहा कि सरकार का काम कारोबार करना नहीं बल्कि निवेश और बिजनेस करने के लिए एक उचित माहौल बनाना होता है. अपने इस फैसले पर सभी मंत्रालयों को ठोस कदम उठाने और निजीकरण आयोग का साथ देने का आदेश जारी किया है. इस फैसले की घोषणा करने के बाद पीएम ने कहा कि ऐसा करने प्राइवेट कंपनियों द्वारा दिए जाने वाले टैक्स की बचत होगी. जिसका इस्तेमाल सरकार देश के लोगों को अच्छी सेवा देने में कर सकती हैं.
कंपनियों की बोली का होगा सीधा प्रसारण
पीएम शरीफ ने बताया कि पाकिस्तान एयरलाइन्स कंपनी समेत अन्य कम्पनियों के निजीकरण की प्रक्रिया को देश की जनता के सामने बिल्कुल साफ तरह से दिखाया जाएगा. जिसके लिए कंपनियों की बोली और उसे जुड़ी सभी महत्वपूर्ण प्रक्रिया का सीधा प्रसारण कर सभी को इसकी जानकारी टी.वी के जरिए दी जाएगी.