Hisar Lok Sabha Seat: हरियाणा राज्य (Haryana) में कुल 10 लोकसभा सीटें (Lok Sabha Seats) हैं, जिसमें हिसार लोकसभा सीट (Hisar Lok Sabha Seat) को वीआईपी सीट माना जाता है. यह सीट साल 1954 में लोकसभा के अंतर्गत आई थी. इस सीट पर कई अलग-अलग पार्टियों के नेता लंबे समय तक सांसद रहे है. फिलहाल इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दबदबा बना हुआ है और बृजेन्द्र सिंह (Brijendra Singh) यहां के सासंद है. साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में बृजेन्द्र सिंह ने जजपा पार्टी (JJP) के प्रमुख नेता दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) को लगभग 3 लाख से अधिक वोटों से हराया था और साथ ही पहली बार इस सीट पर कमल का फूल खिलाया था. इसे पहले कई सालों तक इस लोकसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी (Congress Party) ने शासन किया था, लेकिन 2014 से कांग्रेस पार्टी इस सीट से हाथ धो बैठी है. इस सीट पर सभी पार्टियां अपनी नजर बनाएं हुई है. देखते हैं इस बार होने वाले लोकसभा चुनाव में यह स्पेशल सीट किस पार्टी के नाम आती है. तो आइए, चालिए जानें कैसा रहा हिसार लोकसभा सीट का इतिहास.
जानें क्या है इस हॉट सीट का इतिहास
हिसार लोकसभा सीट प्रशासनिक मुख्यालय है. इस सीट को हॉट सीट के नाम से भी जाना जाता है. हिसार जिले की स्थापना तुगलक वंश के शासक फिरोज शाह तुगलक ने साल 1354 ई. में की थी. हिसार लोकसभा सीट के अंदर कुल 9 विधानसभा की सीटें शामिल हैं. यहां जाटों की संख्या अधिक है. साल 1952 में सबसे पहली बार इस सीट के सांसद लाला अचित राम थे, वह कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार थे. इस सीट पर बहुत लंबे समय तक भजनलाल और देबी लाल के परिवार का ही राज था. लेकिन राजनीति बदलती रही और जनता अपने वोटों के जरिए यहां के सांसदों को भी बदलती रही.
2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार बृजेन्द्र सिंह ने यहां की जनता का दिल जीतकर यह सीट अपने नाम कर ली थी. बृजेन्दर सिंह को कुल 51 प्रतिशत यानि 6,03,298 वोटों से जीत मिली थी, वहीं दूसरे नंबर पर जननायक जनता पार्टी के नेता दुष्यंत चौटाला को 25 प्रतिशत यानि 2,89,221 लाख वोट मिले थे. और अगर बात करें कांग्रेस पार्टी की, जो एक समय पर इस सीट पर राज करती थी, वह जनता को खुश करने में असफल रहे. कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार भव्य बिश्नोई को कुल 15 प्रतिशत यानि 1,84,369 वोट मिले थे.
साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में इस सीट से इनेलो पार्टी के नेता दुष्यंत चौटाला ने कुलदीप बिश्नोई को हराया था. दोनों के बीच का वोटिंग अंतर 31,847 था, वहीं तीसरे नंबर पर कांग्रेस पार्टी के नेता संपत सिंह थे. इसे पहले 2009 में जनजहित कांग्रेस पार्टी के नेता भजनलाल ने कांग्रेस पार्टी के नेता संपत सिंह को 6,983 वोटों से हराकर सीट अपने नाम की थी.
लोकसभा चुनाव 2024 में इन नेताओं के बीच होगा मुकाबला
बीते पांच साल में हरियाणा राज्य की राजनीति में काफी फेर बदल देखने को मिला है. इस साल बीजेपी ने हिसार लोकसभा सीट से चौधरी देवीलाल के बेटे रणजीत चौटाला को टिकट दे मैदान में उतारा है. अगर बात करें जजपा की तो उन्हें इस सीट से विधायक नैना सिंह चौटाला को मैदान में उतारा है. इनेलो पार्टी ने सुनैना चौटाला को चुनाव के लिए टिकट दी है. इस बार एक ही सीट से एक ही परिवार के तीन अलग-अलग उम्मीदवार आपस में चुनाव लड़ते हुए नजर आएंगे. अब देखना यह है कि 25 मई को होने वाले आम चुनाव में जनता किसे अपना विश्वास दें इस सीट को सौंपती है. जिसके नतीजे 4 जून को घोषित कर दिए जाएंगे.
जानें कितने वोटर्स हैं हिसार लोकसभा सीट में
हिसार लोकसभा सीट में लगभग 15,58,281 वोटर्स है. जिसमें से 7,18, 905 वोटर्स महिलाएं और 8,40,183 वोटर्स पुरुष हैं. 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में करीब 11,79,869 वोटर्स ने वोट दिया था.