Jind News: भाजपा (BJP) को अलविदा कह कर बीरेंद्र सिंह ने दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस (Congress) का दामन थामने से कांग्रेस को उचाना हलके में मजबूती मिली है. उचाना हलके (Uchana) से बीते दो विधान सभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवारों की हलके से जमानत जब्त हुई. 2014 के विधान सभा चुनाव में दो हजार के आस-पास मत आए तो 2019 में 5 हजार के आस-पास मत ही कांग्रेस को मिले. जब तक बीरेंद्र सिंह कांग्रेस में थे तो कांग्रेस के विधायक उचाना से बने.
बीरेंद्र सिंह के दोबारा कांग्रेस में आने से फिर से उचाना हलके में कांग्रेस को मजबूती मिली है. दिल्ली मुख्यालय पर पूर्व विधायक प्रेमलता सिंह सहित हजारों कार्यकर्ताओं ने भाजपा को अलविदा कहते हुए कांग्रेस का दामन थामा. भाजपा छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हुए हरेंद्र सिंह,जगदीश उझाना, राममेहर दनौदा ने कहा कि बीरेंद्र सिंह के कांग्रेस में आने से कांग्रेस को पूरे जींद जिले के साथ-साथ हरियाणा के सभी जिलों में मजबूती मिलेंगी. बीरेंद्र सिंह के साथी पूरे हरियाणा में है. जो कार्यकर्ता चाहते थे उन कार्यकर्ताओं की आवाज को सुनने का काम बीरेंद्र सिंह ने किया.
52 साल का बीरेंद्र सिंह का राजनीति अनुभव कांग्रेस पार्टी के काम आएगा. इस बार निश्चित रूप से जिले की पांचों सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवार जीत दर्ज करेंगे. बीरेंद्र सिंह के कांग्रेस छोडऩे के बाद कांग्रेस उचाना नहीं बल्कि पूरे जींद में कमजोर हो गई थी. अब कांग्रेस को दोबारा से मजबूती मिली है. सज्जन सिंह, संजीव डूमरखा, राकेश उचाना खुर्द, कुलदीप श्योकंद, सुरेंद्र गर्ग, ओम सिंह वकील, अनूप श्योकंद, कुमार अनिल, डॉ. राजेश श्योकंद, प्रेम पहलवान, उदयवीर पूनिया सहित अन्य बीरेंद्र सिंह समर्थक अपने साथियों के साथ दिल्ली कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार