चण्डीगढ़: पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के साथ भारतीय जनता पार्टी के गठबंधन को लेकर चल रही अटकलें समाप्त हो गई हैं. लोकसभा चुनाव के लिए अकाली दल व भाजपा में गठबंधन नहीं होगा.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने मंगलवार को वीडियो जारी कर इसकी जानकारी दी. पंजाब में अकाली दल व भाजपा के बीच करीब 25 साल का राजनीतिक गठबंधन रहा और दोनों दलों ने राज्य में कई बार सरकार भी बनाई. किसान आंदोलन के दौरान यह गठबंधन टूट गया था. इसके बाद शिरोमणि अकाली दल सुप्रीमो प्रकाश सिंह बादल के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा गृहमंत्री अमित शाह का बादल परिवार से मुलाकात करने से लेकर कई तरह के दूसरे राजनीतिक घटनाक्रमों के बाद अटकलें लगाई जा रही थी कि पंजाब में एक बार फिर अकाली दल व भाजपा मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे.
गठबंधन को लेकर अकाली दल व भाजपा नेताओं के बीच कई बार बैठकें भी हुई लेकिन बातचीत सिरे नहीं चढ़ सकी. पिछले करीब एक माह से अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल अपना बिखरा कुनबा समेटने में लगे हुए हैं और अकाली दल छोड़ चुके सभी नेताओं की घर वापसी करवा रहे हैं.
इस बीच मंगलवार को तेजी से बदले घटनाक्रम में भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने वीडियो जारी कर कहा कि भाजपा पंजाब में होने वाले लोकसभा चुनाव के दौरान सभी 13 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी.
जाखड़ ने कहा कि अकाली दल के साथ गठबंधन के प्रयास सिरे नहीं चढ़ सके हैं जिसके चलते भाजपा की राजनीतिक मामलों की कमेटी ने यह फैसला लिया है कि पंजाब में अकेले चुनाव लड़ा जाए. जाखड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने किसानों तथा पंजाबियों के हितों में कई बड़े फैसले लिए हैं. करतारपुर साहिब कॉरिडोर खोलने का ऐतिहासिक फैसला भी प्रधानमंत्री मोदी की अगवाई वाली सरकार में ही लिया गया है.
सुनील जाखड़ ने पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर चुनाव की तैयारी करने के निर्देश देते हुए कहा कि बहुत जल्द सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा. जाखड़ के इस ऐलान के बाद अब पंजाब की राजनीति गरमायेगी. अकाली दल जहां पंजाब बचाओ यात्रा निकालकर पंजाब में अपने कार्यकर्ताओं को एकजुट कर रहा है वहीं भाजपा भी जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं की लामबंदी करेगी.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार