Haryana: भारतीय जनता पार्टी द्वारा हिसार लोकसभा सीट से बतौर प्रत्याशी चुनावी रण में उतारे गए रणजीत सिंह (Ranjit Singh Chautala) को नामांकन दाखिल करने से पहले विधायक व मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ेगा. भाजपा द्वारा 18वीं लोकसभा के आम चुनाव के लिए उम्मीदवारों की सूची में उनका नाम शामिल कर लिया गया है.
रणजीत अक्टूबर, 2019 में सिरसा जिले की रानियां विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक निर्वाचित हुए थे. रविवार की रात वह औपचारिक तौर पर भाजपा में शामिल हुए हैं. रणजीत सिंह नवंबर, 2019 में बनी मनोहर लाल के नेतृत्व वाली भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार में भी कैबिनेट मंत्री बनाये गए थे. वह अब नायब सैनी सरकार में भी मंत्री हैं. उन्हें दोनों बार ऊर्जा और जेल विभाग आवंटित किये गए.
पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के एडवोकेट हेमंत कुमार ने बताया कि संविधान की दसवीं अनुसूची, जिसमें दल बदल विरोधी प्रावधान हैं, के अनुसार सदन का कोई निर्वाचित सदस्य, जो किसी राजनीतिक दल द्वारा खड़े किए गए उम्मीदवार से भिन्न रूप में सदस्य निर्वाचित हुआ है अर्थात उसका सदन में दर्जा निर्दलीय सदस्य का है, वह उस सदन का सदस्य होने के लिए अयोग्य होगा यदि वह ऐसे निर्वाचन के पश्चात किसी राजनीतिक दल में सम्मिलित हो जाता है.
निर्दलीय विधायक पर लागू होगा दल-बदल विरोधी कानून
हेमंत ने बताया कि अब यह देखने लायक होगा कि क्या मौजूदा 14वीं विधानसभा में निर्दलीय तौर पर निर्वाहित विधायक रणजीत चौटाला ने रविवार शाम भाजपा में शामिल होने से पूर्व उनका रानियां सीट के विधायक पद से त्यागपत्र विधानसभा स्पीकर को सौंप दिया था अथवा नहीं. अगर नहीं, तो दल-बदल विरोधी कानून के प्रावधान के अंतर्गत उनके विरुद्ध उन्हें विधानसभा सदस्यता से अयोग्य घोषित करने की याचिका स्पीकर के समक्ष दायर की जा सकती है. हेमंत ने बताया कि इस माह 12 मार्च को मंत्रिपद की शपथ लेते समय रणजीत विधायक थे, इसलिए उनका मंत्रिमंडल से भी त्यागपत्र देना बनता है जो मुख्यमंत्री के मार्फत प्रदेश के राज्यपाल को सौंपा जाएगा.
सोनीपत से प्रत्याशी बने राई विधायक को नहीं इस्तीफे की जरूरत
जहां तक हरियाणा विधानसभा में सोनीपत जिले की राई सीट से विधायक मोहन लाल बड़ोली को सोनीपत लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी घोषित किये जाने का विषय है, हेमंत ने बताया कि कानूनन बड़ोली को लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए विधायक पद से त्यागपत्र देने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि वह निर्दलीय नहीं बल्कि भाजपा पार्टी से ही विधायक है.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार