चंडीगढ़: हरियाणा के पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रामपाल माजरा (Rampal Majra) बुधवार को फिर से इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) पार्टी में शामिल हो गए हैं। इनेलो में आते ही पार्टी ने उन्हें नफे सिंह राठी की जगह प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया है. रामपाल माजरा वर्ष 2019 में इनेलो छोडकर भाजपा में शामिल हो गए थे. कुछ ही समय बाद कृषि कानूनों को लेकर उन्होंने भाजपा को अलविदा कह दिया था.
रामपाल माजरा ने इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला के नेतृत्व वाली पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. इस मौके पर अभय सिंह चौटाला ने चंडीगढ़ स्थित इनेलो मुख्यालय में पत्रकारों बताया कि रामपाल माजरा को इनेलो का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. उन्होंने कहा कि जब इनेलो पार्टी की स्थापना की गई थी, तब से ही रामपाल माजरा ने जननायक चौधरी देवीलाल और चौधरी ओम प्रकाश चौटाला के साथ मिलकर पूरी लगन और निष्ठा से पार्टी को मजबूत करने का काम किया था. इनेलो के प्रति रामपाल माजरा का हमेशा लगाव रहा है. रामपाल माजरा कुछ समय के लिए निष्क्रिय हुए थे, लेकिन अब फिर से पार्टी को मजबूत करने के लिए इनेलो के साथ आए हैं. पार्टी के सारे कार्यकर्ताओं की और इनेलो सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला की यह इच्छा थी कि पार्टी की कमान रामपाल माजरा को सौंपी जाए. आज से हम सभी इनके नेतृत्व में काम करेंगे.
भाजपा के मुख्यमंत्री बदलने पर अभय चौटाला ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया था कि वो 14 फसलें एमएसपी पर खरीद कर रहे हैं। उनके दावों के उलट आज किसानों को सरसों की फसल बेचने पर एमएसपी से 700-750 रुपये कम मिल रहे हैं. सबसे पहले मुख्यमंत्री नायब सैनी को किसानों की सरसों की फसल एमएसपी (MSP) पर खरीदनी चाहिए. उन्होंने कहा कि नए मंत्रिमंडल से लोगों के साथ अनिल विज और भाजपा विधायकों एवं निर्दलीय विधायकों में बड़ी नाराजगी है. अनिल विज को तो अब तक पार्टी छोड़ देनी चाहिए थी. उनको देखकर लगता है कि वो एक भी दिन इस सरकार को बर्दाश्त नहीं करना चाहते. मुख्यमंत्री को पहले दिन ही कहना चाहिए था कि वो कानून व्यवस्था को लेकर काम करेंगे. चौटाला ने कहा कि नायब सैनी को विश्वास ही नहीं हो रहा है कि वो मुख्यमंत्री बन गए हैं और वो पूर्व मुख्यमंत्री को अभी भी मुख्यमंत्री कहकर संबोधित कर रहे हैं. अभय ने कहा कि इनेलो प्रदेश की सभी दस सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी.
इस अवसर पर इनेलो में वापस आए रामपाल माजरा ने कहा कि परिवार में कुछ मतभेद हो जाते हैं लेकिन वे कभी भी इनेलो पार्टी से दूर नहीं हुए थे.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार