चंडीगढ़: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) व जननायक जनता पार्टी (जजपा) को घेरते हुए कहा है कि हरियाणा के दोनों दलों के किरदार बदले हैं, लेकिन गठजोड़ वही है.
हरियाणा में राष्ट्रपति शासन लागू करवाकर विधानसभा चुनाव कराने की मांग
पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा बुधवार को विधानसभा की कार्यवाही के बाद पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे. हुड्डा ने कहा कि मौजूदा सरकार जनता का विश्वास पूरी तरह खो चुकी है, इसलिए उसे सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है. भाजपा को हरियाणा में राष्ट्रपति शासन लागू करवाकर विधानसभा चुनाव करवाने चाहिए. हुड्डा ने कहा कि चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को हटाकर भाजपा ने अपनी हार मान ली है. भाजपा ने खुद माना है कि साढ़े नौ साल से हरियाणा में ऐसी सरकार चल रही थी, जिसके पास चुनाव में बताने के लिए कोई उपलब्धि नहीं है. इसलिए अब पार्टी को सरकार का स्वरूप बदलने और गठबंधन तोड़ने का प्रपंच रचना पड़ा, जबकि सच्चाई गठबंधन टूटने के अगले ही दिन जनता के सामने आ गई. क्योंकि यह देश के इतिहास में पहली बार हुआ है कि किसी पार्टी ने अपने विधायकों को सदन में गैरहाजिर रहने के लिए व्हिप जारी किया हो. जजपा ने ऐसा व्हिप जारी करके सीधे तौर पर भाजपा सरकार के विश्वास प्रस्ताव का समर्थन किया है.
भाजपा-जजपा के सिर्फ किरदार बदले हैं, लेकिन उनका गठजोड़ वहीं है: हुड्डा
उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि भाजपा ही जजपा है. इसलिए जजपा आज भी भाजपा के विरुद्ध वोट नहीं करना चाहती. गठबंधन तोड़ने का मकसद भी चुनाव में भाजपा की मदद करना है. जजपा चुनाव में भाजपा के हिसाब से टिकट आवंटन करेगी ताकि कांग्रेस को मिलने वाली सत्ता विरोधी वोटों को बांटा जा सके. लेकिन जनता के सामने जजपा की सच्चाई उजागर हो चुकी है. जनता वर्ष 2019 की तरह बहकावे में नहीं आएगी, क्योंकि जजपा का विश्वासघात पहले ही उनके 5 साल बर्बाद कर चुका है. इस बार जनता उस विश्वासघात का बदला लेने की तैयारी में है.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार