फरीदाबाद: सूरजकुंड मेले में आए बिहार की राजधानी पटना कुर्जी निवासी विश्वनाथ दास पुराने कपड़े एवं जूते रीसाइकलिंग कर विभिन्न प्रकार की वस्तुओं का निर्माण कर युवाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध करवा रहे हैं. वहीं उनके द्वारा बनाए गए जूते-चप्पल काफी आरामदायक व पर्यावरण संरक्षक भी है.
लोगों द्वारा उनके चप्पल बेहद पसंद की जा रही है. विश्वनाथ दास ने बताया कि इन जूते-चप्पल के पुराने होने पर इसे खाद बनाया जा सकता है. जिससे फसल में डालने के बाद उत्पादन में काफी वृद्धि होती है. उन्होंने बताया कि वह बीएसी पास हैं और देश के सभी राज्यों में उद्योग विभाग के माध्यम से लगने वाले स्वरोजगार मेला प्रदर्शनी में भाग ले चुके हैं. वह अब तक 200 से अधिक लोगों को इस काम से जोड़ कर प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार उपलब्ध करा चुके हैं. उन्होंने कहा कि आज पूरे विश्व में चीन का सामान सबसे सस्ता होने के कारण लोगों की पहली पसंद बनती जा रही है. जो टिकाऊ व मजबूत न होने के कारण एक बार खरीदने के बाद लोग अफसोस करते हैं. उनके द्वारा उत्पादित सामान टिकाऊ और आरामदायक के साथ साथ सस्ता, इकोफ्रेंडली होने के कारण लोगों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है. बिहार के सभी जिलों में वह अपने उत्पाद को बेचकर बेरोजगार युवाओं से उनसे जुडने का आह्वान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि, आज चारों तरफ पुराने कपड़े व जूते की वस्तु इधर-उधर गंदगी फैला रही है. उन्होंने उन बेकार वस्तुओं को रीसाइकलिंग कर कुटीर उद्योग के रूप में नई चीज बना कर बेचने का कम शुरू किया है.
साभार: हिन्दुस्थान समाचार