फतेहाबाद: डीईटीसी अंजू सिंह बुधवार को लघु सचिवालय के द्वितीय फेज में ओटीएस योजना के तहत हेल्प डेस्क का रिबन काटकर शुभारंभ किया. इस मौके पर उन्होंने योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने कहा कि ओटीएस योजना को लेकर व्यापारी वर्ग में बहुत उत्साह है. योजना का जिला में शुभारंभ होने पर टैक्स बार, विभिन्न विभागों के अधिकारियों, व्यापारी वर्ग आपस में सहयोग कर रहे हैं ताकि योजना का ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार कर नागरिकों को लाभ दिलाया जा सके.
उन्होंने कहा कि ओटीएस योजना के तहत लाभ के लिए जीएसटी से पहले सात प्रभावी कर अधिनियमों से संबंधित मामलों के लिए ब्याज और दंड से छूट के साथ करों को चार श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है. बिना विवाद वाले मामलों में करदाताओं को देय राशि का 100 प्रतिशत बिना दंड या ब्याज के भुगतान करना होगा. 50 लाख रुपये से कम के विवादित करों के लिए करदाताओं को बकाया राशि का 30 प्रतिशत भुगतान करना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा निर्धारित निर्विवाद करों के लिए करदाताओं को जुर्मानें और ब्याज से राहत के साथ 50 लाख रुपये से कम की राशि के लिए 40 प्रतिशत या 50 लाख रुपये से अधिक की राशि के लिए 60 प्रतिशत का भुगतान करना होगा. कर दर अंतर के कारण बकाया राशि के लिए करदाताओं को कुल देय राशि का केवल 30 प्रतिशत ही भुगतान करना होगा.
इस मौके पर व्यापार प्रकोष्ठ के जिला प्रधान राधेश्याम, व्यापार मंडल अनाज मंडी के प्रधान जगदीश भादू, व्यापार कल्याण बोर्ड के जिला सदस्य दीपक टांटिया, पाइप एसोसिएशन के प्रधान सुरेश मिढ्ढा, किरयाणा एसोसिएशन के प्रधान अनिल कुमार, बीकेओ एसोसिएशन से पवन कुमार, ज्वैलर्स एसोसिएशन से सुरेंद्र सोनी, स्टेट टैक्स बार ग्रीवेंस बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी बीबी गर्ग, टैक्स बार एसोसिएशन के प्रधान अनिल मित्तल आदि मौजूद रहे.
साभार:हिन्दुस्थान समाचार