चंडीगढ़: पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए गांवों में खेल प्रतिस्पर्धाएं आयोजित की जा रही हैं। हरियाणा पुलिस की इस पहल से बड़ी संख्या में युवा जुड़ रहे हैं। पुलिसकर्मी, एक्स सर्विसमैन तथा खिलाड़ी ऐसे युवाओं को पथप्रदर्शक की तरह मार्गदर्शन कर रहे हैं।
सोमवार को एक बयान जारी कर पुलिस महानिदेशक कपूर ने कहा कि खेल युवाओं की ऊर्जा को सही दिशा में लगाने का सबसे सशक्त माध्यम है, जिससे न केवल युवाओं का शारीरिक विकास होगा बल्कि वे भविष्य में भी कई तरह की फिटनेस परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसी उद्देश्य से रविवार को पानीपत जिले में भी युवा खेल महोत्सव का आयोजन किया गया था, जिसमें 2200 से अधिक युवाओं ने भागीदारी कर अपना दमखम दिखाया। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार हिसार, भिवानी, दादरी, सिरसा, डबवाली, नारनौल, रेवाड़ी ,नूंह , पलवल ,झज्जर, सोनीपत ,पानीपत, करनाल तथा कुरुक्षेत्र में भी खेल गतिविधियां आयोजित करवाई जा रही हैं।
उन्होंने बताया कि हरियाणा पुलिस ने इस कार्य के लिए 50 से कम उम्र के पुलिस एसपीओ, सेना और पैरामिलिट्री में खेलों में अपनी सेवाएं दे चुकने वालों को गांवों में नियुक्त किया गया है। इसके तहत पुलिस विभाग के एसपीओ, पुलिसकर्मी और खिलाड़ी अधिक से अधिक युवाओं को स्टेडियम में आने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे खिलाड़ियों की टीम तैयार की जा रही है ताकि वे जिला स्तरीय तथा प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिताओं में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकें।
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि देश के भविष्य युवाओं की उर्जा का सही दिशा में इस्तेमाल किया जाए और वे स्वयं भी नशे से दूर रहें और अन्य लोगों को भी प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि ग्राम व वार्ड प्रहरी भी पिछले कई महीनों से गांव व वार्ड में नशा बेचने वाले तथा खरीदने वाले आरोपितों का रिकॉर्ड तैयार कर रहे हैं। कपूर ने बताया कि प्रदेश को नशा मुक्त बनाने के लिए हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने पिछले साल वर्ष कुल 1830 जागरुकता अभियान आयोजित किए गए, जिसमें 9 लाख 59 हज़ार 205 लोगों ने भाग लिया। उन्होंने बताया कि नशा के खिलाफ अभियान में ब्यूरो ने गत वर्ष 3823 एफआईआर मामले दर्ज किए और 5460 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि नशा मुक्ति अभियान के तहत गत वर्ष 1 सितंबर से लेकर 25 सितंबर तक हरियाणा उदय कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में साइक्लोथोन का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करना और उन्हें नशा के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी देना था।
साभार- हिन्दुस्थान समाचार