चंडीगढ़: एसवाईएल के मुद्दे पर पंजाब के साथ होने वाली बैठक से पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ मंत्रणा की.
दरअसल, पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार केन्द्रीय मंत्री अमित शाह को चंडीगढ़ में हरियाणा के गृह विभाग के अधिकारियों की बैठक करनी थी, लेकिन उसे ऐन मौके पर स्थगित कर दिया गया. इसके बाद अमित शाह कुरूक्षेत्र से सीधे चंडीगढ़ पहुंचे और यहां मुख्यमंत्री आवास पर यह बैठक हुई. लगभग 40 मिनट चली इस बैठक में पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित भी मौजूद रहे.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल की पंजाब के राज्यपाल की मौजूदगी में यह बैठक ऐसे मौके पर हुई है, जब हरियाणा व पंजाब एसवाईएल के मुद्दे पर संंयुक्त बैठक करने जा रहे हैं. 28 दिसंबर को प्रस्तावित केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री व अधिकारी मौजूद रहेंगे. एसवाईएल पर हरियाणा के हक में सुप्रीम कोर्ट का फैसला काफी पहले आ चुका है, लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान अपने पास पानी न होने का दावा कर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू करने को तैयार नहीं हैं.
सूत्रों के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को 28 दिसंबर को होने वाली दोनों राज्यों की बैठक के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से कहा कि हम पंजाब से फिलहाल पानी नहीं मांग रहे हैं. पहले एसवाईएल नहर का निर्माण किया जाए, पानी तो बाद का मुद्दा है.
केंद्रीय गृह मंत्री शाह के सामने पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ में हिस्सेदारी को लेकर दोनों राज्यों के बीच चले आ रहे विवाद के भी उठने की जानकारी मिली है. पंजाब विश्वविद्यालय आजकल आर्थिक संकट से जूझ रहा है. पूर्व में हरियाणा के काफी कालेज पंजाब यूनिवर्सिटी से जुड़े हुए थे, लेकिन जिन्हें अलग कर दिया गया है. बताया जाता है कि शाह ने इस संबंध में पंजाब के राज्यपाल व चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए हैं.
सूत्रों के अनुसार हरियाणा और पंजाब राज्यों के बीच चले आ रहे नई विधानसभा के भवन को लेकर भी बातचीत हुई है. हरियाणा को चंडीगढ़ ने विधानसभा के लिए जमीन आवंटित की है, लेकिन इसमें भी पंजाब रोडा अटका रहा है.
हिन्दुस्थान समाचार